आईपीके, लखनऊः बस स्टेशनों पर आय के स्रोत कैसे बढ़ाए जाएं, इस दिशा में भी सभी क्षेत्रीय अधिकारी काम करें। बस स्टेशनों की आय के स्रोत बढ़ाने के लिए अधिकारी व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी कार्य करें, ताकि कोरोना काल में कम हो रही परिवहन निगम की आय को बढ़ाया जा सके।
परिवहन निगम मुख्यालय पर आयोजित समीक्षा बैठक में क्षे़त्रीय प्रबंधक और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को यह निर्देश परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अशोक कटारिया ने दिए। परिवहन मंत्री ने प्रधान प्रबंधक संचालन को यात्रियों की सुविधा के लिए जल्द अन्तर्राज्यीय बस संचालन के निर्देश दिए। उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि परिवहन निगम की राजस्व प्राप्ति की रिपोर्ट रोजाना उपलब्ध करायी जाय, ताकि रोडवेज को प्रदेश की जनता के लिए और अधिक सुलभ व आरामदायक बनाया जा सके। उन्होंने कार्य में लापरवाह और उदासीन क्षेत्रीय प्रबंधक और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। परिवहन मंत्री ने महिला सशक्तिकरण के तहत पिंक बसों में महिला चालकों को ई-स्टेयरिंग वाली बसें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही चालकों व परिचालकों की ड्यूटी साफ्टवेयर से लगाने और ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता की भी जांच किए जाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव राजेश कुमार सिंह, परिवहन आयुक्त व एमडी यूपीएसआरटीसी धीरज साहू, एएमडी राधेश्याम समेत निगम के वरिष्ठ अधिकारियों शामिल थे।
टेंडर में नियमों का कड़ाइे से करें पालन
परिवहन मंत्री ने निगम के ठेके देने संबंधी टेंडर के नियमों का कड़ाई से पालन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि टेंडर देने में अनियमितता पाए जाने पर दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। परिवहन मंत्री ने बरेली व नोएडा में यात्री प्लाजा न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए यात्री सुविधाओं के दृष्टिगत जल्द व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने रोडवेज के कार्यों की रोजाना मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए।
यह भी पढे़ंःबाल कलाकार के तौर पर फातिमा ने किया था बॉलीवुड में डेब्यू, इस फिल्म से मिली कामयाबी
बस स्टेशनों की आय बढ़ाने की बनें कार्ययोजना
प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने बस स्टेशनों की आय बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाए जाने का निर्देश निगम अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी निगम की आय बढ़ाने में कार्यों में तेेजी लाने और कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में कुल 266 बस स्टेशन हैं, जिसमें 23 बस स्टेशन पीपीपी मॉडल पर संचालित हैं। उन्होंने सभी बसों की फिटनेस जांच के बाद ही मार्गों पर भेजे जाने के निर्देश दिए।