रियादः सऊदी अरब में एक भारतीय इंजीनियर को अपने घर के गेट पर स्वास्तिक बनाना महंगा पड़ गया। पुलिस ने पड़ोसी की तहरीर पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आंध्र प्रदेश के गुंटूर के 45 वर्षीय केमिकल इंजीनियर एक साल से अधिक समय से सऊदी अरब में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं। इंजीनियर ने पिछले महीने अपने परिवार को सऊदी अरब आने का न्योता भी दिया था।
परिवार वालों ने अपनी धार्मिक आस्था के चलते अपने फ्लैट के गेट पर स्वास्तिक का निशान बना दिया। उनके पड़ोसी, एक स्थानीय अरब व्यक्ति ने इसे हिटलर के नाजी प्रतीक चिन्ह के लिए गलत समझा। पड़ोसी ने इसकी शिकायत पुलिस से की और अपनी जान को भी खतरा होने का शक जताया। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इंजीनियर को गिरफ्तार किया है। इंजीनियर ने बहुत समझाने की कोशिश की कि यह नाजी प्रतीक नहीं बल्कि हिंदू धर्म का पवित्र चिन्ह है, लेकिन पुलिस अधिकारी नहीं माना और इंजीनियर को जेल भेज दिया।
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जानकारी होने पर एनआरआई कार्यकर्ता मुजम्मिल शेख भारतीय इंजीनियर की मदद के लिए आगे आए और अधिकारियों को समझाया और आखिरकार पुलिसकर्मी मान गए। हालांकि, शनिवार और रविवार को छुट्टियां होने के चलते भारतीय इंजीनियर को बिना किसी अपराध के दो दिन जेल में बिताने होंगे। मुजम्मिल शेख ने बताया कि संस्कृति की गलतफहमी के कारण यह घटना हुई। हमने अधिकारियों को बताया कि हिंदू धर्म में स्वास्तिक चिह्न को बहुत पवित्र माना जाता है और इसे घरों के प्रवेश द्वार पर सुख-समृद्धि के लिए बनाया जाता है। सऊदी अरब में भारतीय समुदाय के लिए काम करने वाले केरल के नैस शौकत अली ने भी भारतीय इंजीनियर की मदद की।
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