न्यूयॉर्कः अमेरिका के इतिहास में महज हफ्ते भर के अंतर से 2 अहम घटनाएं दर्ज हो गईं हैं। पहले तो अमेरिकी कैपिटल हिल पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने हिंसक हमला किया और अब ट्रंप पर अमेरिका की हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स ने उन पर दूसरी बार महाभियोग लगा दिया है।
शाम 4.40 बजे महाभियोग पर 232-197 के साथ मतदान पूरा हो चुका था। इतना ही नहीं 10 रिपब्लिकन ने भी ट्रंप पर महाभियोग चलाने के लिए मतदान किया। 6 जनवरी को जो बाइडेन की जीत की पुष्टि को रोकने के लिए कैपिटल में किए गए हमले ने दोनों दलों के नेताओं को गुस्से से भर दिया है।
ट्रंप पर महाभियोग लगाने की प्रक्रिया होने के बाद वे देश के ऐसे पहले राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन पर दो बार महाभियोग लगा है। 2020 के चुनावों में हुई हार के नतीजे न स्वीकारने की कड़ी में उन्होंने अपने हजारों समर्थकों को कैपिटल तक मार्च करने के लिए उकसाया था। वह भी ऐसे हालात में जबकि देश में कोरोना महामारी के कारण 3.7 लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। उनके ऐसे व्यवहार ने ट्विटर को उनके अकाउंट पर प्रतिबंध लगाने पर मजबूर कर दिया। ट्रंप का अकाउंट इस समय निलंबित है।
14वां संशोधन के जरिये किया जा सकता अयोग्य करार
अमेरिकी कानूनी विशेषज्ञों ने कहा कि महाभियोग की कार्यवाही या अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन के माध्यम से ट्रंप के भविष्य में चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई जा सकती है। अमेरिकी संविधान के मुताबिक, महाभियोग प्रक्रिया के तहत राष्ट्रपति को पद से हटाया जा सकता है। इसके अलावा, अमेरिका में मिलने वाले किसी भी सम्मान, अवार्ड और विश्वास करने योग्य पद के लिए अयोग्य ठहराया जा सकता है।
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बता दें कि ट्रंप को पहली बार 2019 में यूक्रेन के साथ की गई उनकी डीलिंग को लेकर हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स ने पहली बार महाभियोग लगाया गया था, लेकिन सीनेट ने 2020 के प्रारंभ में उन्हें बरी करने के लिए मतदान कर दिया था।