Nawada : सिरदला थाना क्षेत्र व रजौली थाना क्षेत्र के सीमा वर्ती जंगल शेलगढ़ में उत्पाद विभाग की टीम ने शनिवार को संयुक्त रूप से छापेमारी की। इस दौरान दो स्थानों पर घने जंगल वाले इलाके में संचालित अवैध शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री को ध्वस्त करते हुए भारी मात्रा में जावा महुआ, शराब बनाने प्रयुक्त उपकरण व भट्टी को नष्ट किया गया।
120 लीटर अवैध शराब जब्त
मौके पर टीम ने करीब 4 हजार किलो जावा महुआ, मीठा घोल और करीब 120 लीटर अवैध महुआ शराब और शराब बनाने के उपकरण को नष्ट कर दिया और शराब बनाने के उपकरण को आग के हवाले कर महुआ मीठा घोल को भी नष्ट कर दिया। हालांकि इस दौरान दो शराब माफिया मौके से भाग निकले। मौके से चार को गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी टीम का नेतृत्व कर रहे सब इंस्पेक्टर रूपेश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि शैलगढ़ के जंगल में अवैध शराब का निर्माण किया जा रहा है। जिसके सत्यापन के बाद अवैध शराब कारोबार में संलिप्त तीन धंधेबाजों की पहचान कर चार को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी। साथ ही शैलगढ़ के घने जंगल में शराब बना रही दो भट्टियों से चार लोगों को घेरा गया। ह्युई को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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इन धाराओं में की जा रही कार्रवाई
गिरफ्तार लोगों ने बताया कि भट्ठी का संचालन सिरदला थाना क्षेत्र के हेमाज भरत गांव के स्वर्गीय बिनोद यादव के पुत्र अरविंद कुमार उर्फ मोहन, बसेरिया गांव के कमलेश कुमार, बिपिन कुमार और शेरपुर गांव के संजय पासवान द्वारा किया जा रहा था। जिसे इनके द्वारा झारखंड क्षेत्र से मजदूरों को लाकर शराब बनाने में लगाया गया था। गिरफ्तार सभी लोगों के विरुद्ध उत्पाद अधिनियम की धारा 30ए एवं 30सी के तहत कार्रवाई की जा रही है, जिन्हें न्यायालय को सौंपा जा रहा है।
शेलगढ़ के घने जंगल में मिनी शराब फैक्ट्री लगाने वाला पुलिस का मुखबिर काफी मशक्कत के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गया, लेकिन वह मौके से भागने में सफल रहा। वहीं, उसके खिलाफ सिरदला और रजौली थाने में अवैध शराब और अवैध बालू खनन के कई मामले दर्ज हैं, इसके अलावा वर्ष 2020 में उसके दादा भी शराब का कारोबार करने के आरोप में जेल जा चुके हैं, जहां उसके दादा की बीमारी के कारण 1 जनवरी 2020 को वह जेल में बंद है।