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यूपी में अब तक माफिया-गैंगस्टर की 1584 करोड़ की अवैध संपत्ति हुई जब्तः सीएम योगी

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लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज की जमीन पर पहले एक माफिया का कब्जा था, जिसे सरकार ने उससे वापस लिया है। यूपी में पहले दंगे होते थे, आज कानून का राज स्थापित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हुए परिवर्तनकारी विकास के क्रम में न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना है, बल्कि अपराधों को रोकने, अपराध करने वालों को सजा दिलाने तथा आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक का उपयोग करते हुए उच्च कोटि के प्रशिक्षित वैज्ञानिकों की उपलब्धता भी हम सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के बढ़ावे पर जो पेशेवर माफिया कानून को ठेंगा दिखाने का कार्य करते थे, आज उनमें कानून का भय व्याप्त है। यूपी सरकार ने इन माफियाओं व गैंगस्टर से लगभग 1584 करोड़ रुपयों की अवैध संपत्ति जब्त की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गृहमंत्री ने अपराध की बदलती हुई प्रवृत्ति के दृष्टिगत इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंसेज के गठन का सुझाव दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा गृहमंत्री के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से ही यूपी सरकार इस नए इंस्टीट्यूट के गठन के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ी है। अब उत्तर प्रदेश पुलिस नए सिरे से कार्य करती हुई दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने यूपी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फाॅरेंसिक साइंसेज के शिलान्यास समारोह में स्वागत भाषण के जरिये गृहमंत्री अमित शाह की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत सवा चार वर्ष के दौरान जो परिवर्तन हुए हैं, इसकी प्रेरणा गृह मंत्री हैं। 2014 में यूपी भाजपा प्रभारी व 2017 में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में इन्होंने कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाते हुए अपना नेतृत्व प्रदान किया था।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा ‘उप्र में अब कानून का राज’ उन्होंने कहा कि राज्य में अब आम नागरिक, बहन-बेटियों हेतु भयमुक्त वातावरण है। पहले महिलाओं में असुरक्षा की भावना थी। प्रधानमंत्री की यही मंशा थी कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज हो। गृह मंत्री ने 2014 व 2017 में प्रदेशवासियों को इसी बात का आश्वासन दिया था। उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, यहां कानून व्यवस्था बदहाल थी। आज जिस स्थान पर उप्र स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ का शिलान्यास हुआ है, उस 142 एकड़ भूमि पर लखनऊ के एक माफिया कब्जा कर प्लॉटिंग करने जा रहा था। उन्होंने प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री को आश्वस्त किया कि अब यूपी में कानून का राज है। देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश एक नया संबल प्रदान कर रहा है। यह भी एक नई शुरुआत है।

उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के ये हैं मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का मुख्य उद्देश्य फॉरेंसिक के क्षेत्र में प्रशिक्षित जनशक्ति का एक पूल बनाना, न्यायपालिका और पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करना, अपराध की विवेचना में आवश्यक उन्नत प्रौद्योगिकियों में विशेषज्ञता उत्पन्न करना है। प्रवक्ता के अनुसार इंस्टीट्यूट में कुल 8 अनुभाग एवं 14 प्रयोगशालाएं होंगी। भौतिकी अनुभाग में आग्नेयास्त्र, फॉरेंसिक ध्वनिकी और प्रलेख प्रयोगशाला होगी। रसायन अनुभाग के तहत विस्फोटक और विष विज्ञान प्रयोगशाला तथा जीव विज्ञान अनुभाग में जीवन विज्ञान, सीरम विज्ञान एवं डी.एन.ए. प्रयोगशाला होगी। कम्प्यूटर साइंस अनुभाग में डेटा एनालिसिस, साइबर सुरक्षा और साइबर फॉरेंसिक लैब का निर्माण होगा। व्यवहार विज्ञान अनुभाग के तहत लाई डिटेक्शन, नारको एनालिसिस एवं ब्रेन मैपिंग प्रयोगशाला प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त, अपराध विज्ञान, कानून व्यवस्था, पुलिस विज्ञान और प्रशासन अनुभाग भी होंगे।