श्रीनगरः पथराव को आतंकवाद से अधिक गंभीर मुद्दा बताते हुए पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) विजय कुमार ने कहा कि किसी को भी घाटी में पत्थरबाजी से शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पत्थर फेंकने की घटनाएं पर्यटन, वार्षिक अमरनाथ यात्रा पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं और इससे स्कूल और कॉलेज भी बंद हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था के मुद्दे सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चिंता हैं। उन्होंने कहा कि पथराव एक बड़ा मुद्दा है, जिसमें समाज भी शामिल है। इसलिए हम पथराव को अधिक गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि स्कूल बंद हों, व्यावसायिक गतिविधियां बंद हों और पर्यटक आना बंद हों। इसलिए कानून और व्यवस्था हमारे लिए अधिक गंभीर मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि जब आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ होती है तो स्थानीय लोगों को उनके घरों से बाहर आने के लिए कहा जाता है। कुछ स्थानीय लोग मुठभेड़ स्थल के पास पथराव करने लगते हैं। हम आवश्यकतानुसार उन्हें हैंडिल करते हैं। हम उन्हें गिरफ्तार करते हैं और पीएसए के तहत मामला दर्ज करते हैं।
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कुमार ने कहा कि पड़ोसी क्षेत्रों के युवा मुठभेड़ स्थल पर पत्थर फेंकने नहीं आते हैं। उन्होंने कहा कि गर्मियों के लिए एक रणनीति तैयार है जिसमें नए नाका बिंदुओं को स्थापित करना और कुछ स्थानों पर शिविर लगाना शामिल है।