नई दिल्लीः हर युवा का यह सपना होता है कि वह देश के सर्वोच्च पद (आईएएस, आईपीएस या फिर आईएफएस) पर पहुंचे और वह उसके लिए कड़ी मेहनत भी करते हैं। लेकिन कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद भी कई युवाओं को निराशा हाथ लगती है। कई युवा ऐसे भी है जोकि मेहनत और स्मार्ट तरीके से पहली बार में ही सफलता हासिल कर लेते हैं। ऐसा इस लिए क्योंकि “आईएएस के एग्जाम की जानकारी” होती है, कि आईएएस (IAS) एग्जाम को क्वालिफाई करने के लिए सबसे पहले अपने क्या करना होगा और पूरा फोकस अपनी पढ़ाई पर कैसे लगाना होगा। क्योंकि सिर्फ बड़े सपने देखने मात्र से कुछ भी नहीं होगा।
हर साल लाखों प्रतियोगी इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन सिर्फ कुछ ही अंतिम चरण तक पहुंच पाते हैं। इसलिए अगर आप भी आईएएस बनने का सपना देख रहे है तो कड़ी मेहनत के लिए तैयार हो जाइए और फिर अपनी प्रतिभा, मेहनत और कुशलता के तालमेल से इस सबसे कठित परीक्षा में सफलता हासिल की जा सकती है। इस पद तक केवल कर्मठ और अनुशासित प्रतिभागी ही पहुंच पाते है। आइए जानते है आईएएस परीक्षा की तैयारी की पूरी जानकारी।
आईएएस के एग्जाम की जानकारी दीजिये
आईएएस का फुल फार्म क्या होता है
आईएएस (IAS) का फुल फॉर्म ‘इंडियन एडमिनिस्ट्रेटर सर्विस’ होता है। जिसे हिंदी में ‘भारतीय प्रशासनिक सेवा’ कहा जाता है।
आईएएस क्या होता है ?
सिविल सर्विस में आईएएस (IAS) अधिकारी का पद सर्वोच्च माना जाता है। इस पद तक जुझारू और कड़ी मेहनत करने वाला प्रतिभागी ही पहुंच पाता है। किसी भी उत्कृष्ट पद के लिए केवल आईएएस (IAS) पद को ही पहली वरीयता दी जाती है। वह चाहे केंद्र सरकार का सचिव हो या फिर किसी भी जिले का जिलाधिकारी। भारतीय प्रशासन में आईएएस ऑफिसर को सबसे उच्च कोटि का अधिकारी माना जाता है।
आईएएस परीक्षा के लिए शैक्षिक योग्यता
आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के लिए आवेदन करने को प्रतियोगी छात्र को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्था से स्नातक परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है।
आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के लिए आयुसीमा
आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के लिए सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष, ओबीसी के लिए 35 वर्ष व अन्य आरक्षित वर्ग एससी व एसटी के लिए आयुसीएम 37 वर्ष निर्धारित की गयी है।
आईएएस परीक्षा (IAS Exam) के चरण
आईएएस परीक्षा (IAS Exam) तीन चरणों में संपन्न कराई जाती है। इसमें पहला प्रीलिम्स परीक्षा है। जिसमें प्रतियोगी छात्र से सामान्य अध्ययन व सीसैट से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है। परीक्षा के अगले चरण तक पहुंचने के लिए छात्र को प्रीलिम्स परीक्षा को पास करना अनिवार्य होता है। यह एक क्वालीफाइंग राउंड होता है। परीक्षा का दूसरा चरा है मेंस। प्री परीक्षा पास करने के बाद प्रतियोगी छात्र को बेहद ही महत्वपूर्ण मैन्स परीक्षा देनी होती है। इस चरण में छात्र से सामान्य अध्ययन, निबंध आधारित प्रश्न पूछे जाते है। इस चरण के अंको को मेरिट लिस्ट में गिना जाता है और इस चरण के अंक आपके ही आपके चयन को निर्धारित करते हैं।
मैन्स एग्जाम पास करने वाले छात्र इस प्रतियोगी परीक्षा के अंतिम चरण यानि की इंटरव्यू (साक्षात्कार) के लिए बुलाये जाते हैं। प्री और मैन्स में अच्छी प्रदर्शन करने वाले प्रतियोगी छात्रों का साक्षात्कार होता है। इसमें प्रतियोगी छात्र की लिखित परीक्षा नहीं होती है बल्कि एक तरह से उसका पर्सनालिटी टेस्ट लिया जाता है। साक्षात्कार के माध्यम से प्रतियोगी छात्र के त्वरित उचित निर्णय लेने की क्षमता, गंभीरता और सक्रियता का आकंलन किया जाता है। इस चरण में प्राप्त अंकों को भी मेरिट लिस्ट में जोड़ा जाता है।
चयन के बाद ट्रेनिंग
आईएएस (IAS) की परीक्षा पास करने के बाद देहरादून मसूरी स्थित एलबीएसएनएए (लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी) में प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां सभी रैंक के अधिकारियों को 3 महीने की फाउंडेशन ट्रेनिंग दी जाती है। इस कोर्स में बुनियादी प्रशासनिक कौशल सिखाया जाता है, जिसे जानना प्रत्येक सिविल सेवा अधिकारी के लिए आवश्यक है। इसके बाद आईएएस (IAS) अधिकारी को मसूरी में ही पूरी ट्रेनिंग दी जाती है। यहां उन्हें प्रशासन, पुलिसिंग और शासन के हर क्षेत्र की जानकारी दी जाती है। साथ ही अकादमी के अंदर कुछ विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिसमें मानसिक और शारीरिक शक्ति के लिए हिमालय में कठिन ट्रेकिंग भी शामिल है।
यूपीएससी परीक्षा के लिए ऑनलाइन होता है आवेदन
आईएएस (IAS) की परीक्षा यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) कराता है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। फाॅर्म भरते समय प्रतिभागी छात्र को अपनी अकादमिक डाॅक्यूमेंट, आधार नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो को ऑनलाइन जमा करना होता है। परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन करना बेहद सरल होता है। यदि आपके कंप्यूटर व इन्टरनेट है तो आप घर से ही बेहद सरलता से आईएएस के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते है।
आईएएस (IAS) अधिकारी की शक्तियां
- दंड प्रक्रिया संहिता (1973) के अनुसार धारा 107, 108, 109, 110, 133, 144 और 176 मजिस्ट्रेटों को दी गई कानून और व्यवस्था को बनाए रखने की शक्तियों को सूचीबद्ध करती है।
- किरायेदारी कानून राजस्व के संबंध में कलेक्टर की शक्तियों को परिभाषित करता है।
- शस्त्र अधिनियम, ड्रग लाइसेंस अधिनियम, आवश्यक वस्तु अधिनियम आदि विभिन्न स्थितियों में नियमों को लागू करने के लिए आईएएस अधिकारियों की शक्ति सूचीबद्ध करते हैं।
- ये मुख्य कानून हैं जो आईएएस (IAS) की शक्तियों से संबंधित हैं, हालांकि लगभग 300 कानून हैं जो उन्हें मामले के आधार पर परिभाषित करते हैं। ये नियम संक्षिप्त रूप में अखिल भारतीय सेवा नियमावली में भी दिए गए हैं, जिन्हें कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा समय-समय पर अद्यतन किया जाता है। सेवा नियमावली आईएएस (IAS) आचरण नियमों को भी सूचीबद्ध करती है। सभी सिविल सेवक राज्य और केंद्रीय विधायिकाओं के प्रति जवाबदेह हैं।
आईएएस (IAS) अधिकारी का करियर
- आईएएस (IAS) अधिकारी के निम्नलिखित करियर पथ है जिसका अधिकांश आईएएस अधिकारी अनुसरण करते हैं।
- आवंटित कैडर के आधार पर प्रोबेशन के बाद करियर के रास्ते बदल जाते हैं।
- मसूरी स्थित एलबीएसएनएए (लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी) में पहले चरण का प्रशिक्षण।
- आवंटित संवर्ग में जिला स्तरीय प्रशिक्षण।
- एलबीएसएनएए में दूसरे चरण का प्रशिक्षण। जिसमें विदेश में भारत के राजनयिक मिशनों में से एक के साथ एक सप्ताह का विदेशी जुड़ाव शामिल है।
- तीन माह के लिए सहायक सचिव के नाममात्र के पद पर केंद्र सरकार की अटैचमेंट।
- एसडीएम, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, सब कलेक्टर के पद पर पदस्थापन।
- नगर आयुक्त, डीडीओ, सीडीओ के पद पर पदस्थापन।
- डीएम, कलेक्टर के पद पर पदस्थापन।
- निदेशक, संयुक्त सचिव स्तर पर राज्य सचिवालयों में पोस्टिंग।
- सेवा के कुछ वर्षों के बाद कोई भी सेवा के किसी भी चरण के दौरान केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति का विकल्प चुन सकता है।
- राज्य सचिवालय, केंद्रीय सचिवालय में प्रधान, अपर सचिव।
- किसी राज्य का मुख्य सचिव।
- कैबिनेट सचिव।
- एक आईएएस (IAS) अधिकारी जिस सर्वोच्च पद की आकांक्षा कर सकता है, वह भारत के कैबिनेट सचिव का पद है। राज्य में नौकरशाही, राज्यों के मुख्य सचिव शीर्ष तक जा सकते हैं।
आईएएस (IAS) अधिकारी का वेतन व सुविधाएं
- 7वें केंद्रीय वेतन आयोग ने नए शामिल आईएएस (IAS) अधिकारियों के लिए मूल वेतन 56,100 रुपये निर्धारित किया है। आईएएस (IAS) के लिए कुल 18 वेतन स्तर हैं, जिनमें संघ के कैबिनेट सचिव का उच्चतम वेतन 2,50,000 रुपए। इसके अलावा, आईएएस अधिकारियों को आमतौर पर सेवा के दौरान निम्नलिखित भत्ते मिलते हैं-
- अनुदानित सरकारी आवास। भारत में किसी भी सरकारी सेवा में जिला स्तर की पोस्टिंग को सबसे अच्छा घर मिलता है।
जरूरत के आधार पर घरेलू मदद जैसे रसोइया, माली आदि। - आवश्यकता के अनुसार सुरक्षा कवच।
- अधिकांश जिला और राज्य स्तरीय पोस्टिंग में सरकारी परिवहन प्रदान किया जाता है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आईएएस के लिए वाहन की सुविधा कम होती है और एक निश्चित रैंक से ऊपर के अधिकारियों को ही सरकारी वाहन मिलते हैं।
- मोबाइल, इंटरनेट और टेलीफोन शुल्क की प्रतिपूर्ति की जाती है।
- ड्यूटी के दौरान सरकारी विश्राम गृहों और बंगलों में निःशुल्क रहना।
- आईएएस (IAS) अधिकारी सेवानिवृत्ति के बाद अपनी रैंक और सेवा की लंबाई के आधार पर मासिक पेंशन के भी हकदार हैं।
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) भी अधिकारियों को भारत और विदेश में किसी भी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए दो साल तक के सवेतन अध्ययन अवकाश पर जाने की अनुमति देती है।
आईएएस परीक्षा पास करने के लिए इस तरह करें तैयारी
आईएएस (IAS) बनने के लिए दृढ़ निश्चय और कठिन मेहनत दोनों की आवश्यकता होती है। इसलिए फोकस के साथ अपनी पढ़ाई में जुट जाएं और कभी आत्म विश्वास को कम न होने दें। याद रखें ‘लक्ष्य के प्रति नकारात्मक भावना और वैकल्पिक लक्ष्य की सोच हमारी मंजिल से हमें कोसों दूर लाकर खड़ा कर देती है।” इसलिए नकारात्मक विचारों से तो बिल्कुल ही दूरी बना लें। आईएएस परीक्षा (IAS Exam) पास करने के लिए रणनीति के तहत अपनी पढ़ाई पर फोकस करें और पढ़ाई का स्मार्ट तरीका भी अपनाएं। जनरल नाॅलेज स्ट्रांग करें। करेंट अफेयर्स की बुक पर ध्यान दें।
रोजाना दैनिक समाचार पत्र का गंभीरतापूर्वक पढ़े और रोचक और जरूरी जानकारियों को नोट करें। अनसाॅल्व पेपर को साॅल्व करें। प्रश्नावली प्रतियोगिता में हिस्सा लें। यूपीएससी के पूर्व में हुए प्रश्नपत्रों को गंभीरतापूर्वक समझें और उन्हें साॅल्व करें। अपनी जानकारियों को मजबूत करने के लिए इंटरनेट की भी मदद लें। स्वयं को इस लायक बनायें कि आप हाजिर जवाब बन सकें। यदि कोई आपसे तार्किक सवाल पूछे तो आप तुरंत उसका सटीक और संतोषजनक जवाब दें। खुद से नोट्स बनायें।
जब आप खुद से नोट्स बनाएंगे तो आपकी संबधित विषय पर मजबूत पकड़ बनेगी और आपको याद भी जल्दी होगा। साथ ही समय-समय पर अपने नोट्स का रिवीजन जरूर करें। यह आपके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। रिवीजिन करने से आपके नोट्स आप कभी भी नहीं भूलेंगे। सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी करने के लिए एकाग्रता जरूरी होती है। इसके लिए आपको फोन, सोशल मीडिया, दोस्तों आदि से थोड़ी सी दूरी बना लेनी चाहिए।
निष्कर्ष:-
इस पोस्ट में हमने आपके सवाल “आईएएस के एग्जाम की जानकारी दीजिये” का विस्तार से जवाब दिया है. हमने इस पोस्ट में आपको बताया कि आईएएस का फुल फॉर्म क्या है, इसकी तैयारी करने के लिए योग्यता क्या है और कैसे आप आईएएस कि तैयारी कर सकते है.
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