गुरुग्रामः गुरू द्रोण की नगरी और मां शीतला की पावन स्थली गुरुग्राम में मीट के नए लाइसेंस दिए जाने के विरोध में हिंदू संगठनों खड़े हो गए हैं। मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन भेजकर मांग की गई है कि इस प्रक्रिया पर बिना किसी देरी के रोक लगाई जाए। इससे पहले भी प्रशासन ने कहा था कि सिर्फ पुराने लाइसेंस रिन्यू होंगे, नए नहीं दिए जाएंगे।
संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति हरियाणा की ओर से ज्ञापन देकर कहा गया है कि गुरुग्राम में शीतला माता का पवित्र स्थान देश की 52 सिद्ध पीठों में से एक है। लाखों लोग गुरू द्रोणाचार्य की इस पावन धरा पर मां शीतला का आशीर्वाद लेने आते हैं। 9 अक्टूबर 2017 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से घोषणा की गई थी कि गुरुग्राम में मीट के नए लाइसेंस नहीं दिए जाएंगे। केवल पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण होगा। अब 23 जून 2022 को नगर निगम गुरुग्राम द्वारा समाचार पत्र के माध्यम से सूचना प्रकाशित कराई है कि 126 आवेदन मीट के लाइसेंस के लिए प्राप्त हुए हैं। इन लाइसेंसों पर 28 जून तक आपत्ति मांगी गई है।
ऐसे में संघर्ष समिति इस प्रक्रिया का विरोध करती है। समिति की मांग है कि गुरुग्राम में मीट के नए लाइसेंस ना दिए जाएं। निगम द्वारा नए लाइसेंस जारी करने की प्रारंभ की गई प्रक्रिया पर अविलंब रोक लगाई जाए। समूचे देश की आराध्य देवी शीतला माता परिसर से 10 किलोमीटर की परिधि में मीट की दुकानें ना हो। वर्तमान में गुरुग्राम में 119 दुकानें लाइसेंस वाली तथा लगभग 2500 दुकाने अवैध रूप से चल रही हैं। मां शीतला के नगर की पवित्रता आस्था तथा शुचिता बनाए रखने के लिए मीट की अवैध दुकानों को तत्काल प्रभाव से बंद करवाया जाए। ज्ञापन देने वालों में महावीर भारद्वाज, कुलभूषण भारद्वाज, राजीव मित्तल, प्रवीण दहिया, रीनू गुप्ता, ब्रह्मप्रकाश, अश्वनी, राजा समेत काफी संख्या में लोग शामिल रहे।
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