शिमला (Himachal Pradesh): स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शनिवार को विधानसभा में वर्ष 2024-25 के लिए प्रस्तुत बजट को भविष्योन्मुखी बताया है। उनका कहना है कि यह विकास केंद्रित फैसलों से भरपूर बजट है, जिसमें समाज के सभी वर्गों के आर्थिक सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।
शांडिल ने रविवार को एक बयान में कहा कि यह बजट राज्य में व्यवस्था परिवर्तन को तीव्र गति देकर 31 मार्च 2026 तक हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बजट अनुमान पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह बजट व्यापक और नवोन्मेषी है। उन्होंने कहा कि यह बजट राज्य के भविष्य की नींव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह बजट वर्ष 2032 तक प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
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उन्होंने कहा कि बजट में राज्यभर में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के सफल कार्यान्वयन में पैरा-कर्मियों की भूमिका को प्राथमिकता देते हुए, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, मध्याह्न भोजन कार्यकर्ता, बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ता, पंचायत कार्यकर्ता, जल एसएमसी शिक्षकों और आईटी शिक्षकों सहित विभिन्न पैरा-कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि दैनिक वेतन भोगियों का वेतन बढ़ाना एक महत्वपूर्ण निर्णय है जिससे श्रमिकों के एक बड़े वर्ग को लाभ होगा।
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