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monsoon Updates: प्रचंड गर्मी से जूझ रहा विश्व का ये सबसे ठंडा शहर ! 38 डिग्री के पार पहुंचा पारा

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heat wave नई दिल्लीः उत्तर भारत इन दिन 'हीट वेव' की चपेट है। देश के कई राज्यों में प्रचंड गर्मी पड़ रही। कई प्रदेशों में तापमान 43-44 डिग्री को पार कर गया है। दिन में धूप इतनी तीखी होती है कि सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं दुनिया का एक ऐसा ठंडा शहर भी जहां इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। यहां इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए।

37.9 तक पहुंच तापमान

दरअसल हम बात कर रहें है कि साइबेरिया (Siberia) की जो अपनी कठोर ठंडी के लिए जाना जाता है। लेकिन इस बार इसने गर्मी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, रूसी क्षेत्र वर्तमान में इतिहास में सबसे खराब गर्मी की लहर का सामना कर रहा है। क्लाइमेटोलॉजिस्ट मैक्सिमिलियानो हेरेरा ने गुरुवार को सीएनएन को बताया कि 3 जून साइबेरिया (Siberia) के ज़ाल्टुरोवस्क में अब तक का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया, जहां तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। ये भी पढ़ें..Love Jihad के बढ़ते मामलों को लेकर एक्शन में सीएम धामी, हाईलेवल मीटिंग कर दिए सख्त निर्देश बेवो में पारा 39.6 डिग्री और बरनौल में 38.5 डिग्री पर पहुंच गया, जिसने बुधवार को गर्मी के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। हेरेरा ने सीएनएन को बताया कि इनमें से कुछ स्टेशनों पर 5 से 7 दशकों के तापमान का रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि कहा जा सकता है कि यह वास्तव में असाधारण है। यह क्षेत्र की 'इतिहास की सबसे खराब लू' है। हेरेरा ने सीएनएन को बताया कि गुरुवार को तापमान फिर से 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम के विश्लेषण के अनुसार, आर्कटिक साइबेरियाई शहर वेरखोयांस्क में 2020 में गर्मी की लहर के दौरान तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जलवायु परिवर्तन के बिना यह लगभग असंभव है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन में जलवायु निगरानी और नीति सेवाओं के प्रमुख उमर बडौर ने सीएनएन को बताया कि साइबेरिया पृथ्वी पर सबसे तेजी से गर्म होने वाले क्षेत्रों में से एक है।

कई दिशों में पड़ रही भीषण गर्मी

यूरोपीय संघ की कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस की उप निदेशक सामंथा बर्गेस ने कहा कि इस क्षेत्र में कुछ गर्म लहरें देखी गई हैं। उन्होंने सीएनएन से कहा, इस गर्मी की लहर का लोगों और प्रकृति पर बड़ा प्रभाव पड़ता है और यह बार-बार होगा जब तक कि हम ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में तेजी से कटौती नहीं करते। साइबेरिया ही नहीं कई जगहों पर रिकॉर्ड गर्मी देखने को मिल रही है।  बुधवार को चीन में 45 डिग्री, उज्बेकिस्तान में 43 डिग्री और कजाकिस्तान में 41 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)