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रंग लाई छात्रों की मेहनत, अब जाम में नहीं फंसेगी एंबुलेंस

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फरीदाबादः एंबुलेंस को जाम में फंसने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए ही जेसी बोस (वाइएमसीए) विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग के छात्र भारत पंत, हर्ष शर्मा एवं श्रेय अरोड़ा ने एंबुलेंस को ग्रीन कारिडोर उपलब्ध कराने वाला सिस्टम तैयार किया है।

इसे स्मार्ट ट्रैफिक एंगेजमेंट ऑफ इमरजेंसी व्हीकल्स नाम दिया गया। इस सिस्टम में विशेष बात यह है कि एंबुलेंस को उन रास्तों के बारे में बताएगा, जिन पर यातायात नहीं होता है। इस प्रोजेक्ट में तीनों छात्रों की मदद करने वाली मेंटर रश्मि चावला के अनुसार करीब डेढ़ वर्ष पहले रोटेरियन संदीप सिंघल यूनिवर्सिटी में आए थे। उनसे बातचीत के दौरान एंबुलेंस में होने वाली अकाल मौतों पर भी चर्चा हुई थी और वहीं से इस प्रोजेक्ट को बनाने का निर्णय हुआ।

काफी रिसर्च करने के बाद इसको मूर्त रूप देने पर काम शुरू हुआ। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की भी मदद ली गई है। एंबुलेंस से मरीजों के ले जाने वाले रास्ते, समय, टैफिक जाम सहित विभिन्न विषयों पर सर्वे के बाद इस पर काम शुरू किया गया था। हर्ष के अनुसार जीपीएस केवल छोटे-छोटे रास्ते और ट्रैफिक बताता है, लेकिन स्मार्ट ट्रैफिक एंगेजमेंट ऑफ इमरजेंसी व्हीकल्स सेंसर के जरिए चारों तरफ की जाम की स्थिति बताने में सहायक है और उस रास्ते के बारे में बताता है, जहां जाम नहीं लगा हुआ है।

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इसके अलावा जाम में एंबुलेंस फंसी हुई है, तो यह सेंसर जाम से निकलने के रास्ता भी बताएगा। मेंटर रश्मि चावला ने बताया कि इस सिस्टम को ना सिर्फ एंबुलेंस, बल्कि वीवीआइपी की गाडिय़ों एवं अन्य आश्यक वाहनों में भी लगाया जा सकता है। इसे पेटेंट कराया जा रहा है और नेशनल रिसर्च डेवलपमेंट पेटेंट के पहले चरण में पास कर दिया है और दूसरे चरण में पास होने के साथ ही मार्केट उपलब्ध कराया जाएगा।