Happy Birthday Sehwag: 44 के हुए ‘मुल्तान के सुल्तान’, नाम सुनकर कांप जाते थे पाकिस्तानी गेंदबाज

सहवाग

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में एक से बढ़कर एक दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं। इन्हीं दिग्गजों में एक नाम शामिल है दुनिया के विस्फोटक बल्लेबाजों में गिने जाने वाले ‘नजबगढ़ के नवाब’ वीरेंद्र सहवाग का। सहवाग को मॉडर्न क्रिकेट का जनक भी कहा जाता है। क्योंकि वो सहवाग ही हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के अंदाज को बदल दिया। उन्होंने टेस्ट में भी वनडे के अंदाज में बल्लेबाजी की। यही कारण था कि सहवाग के सामने गेंदबाजी करने से हर गेंदबाज घबराता था। भारत का यह पूर्व ओपनर आज यानी 20 अक्टूबर 2022 को 44 साल का हो गया है। उन्हें फैंस अलग-अलग तरह से बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।

ये भी पढ़ें.. T20 World Cup: श्रीलंका को लगा बड़ा झटका, चोट के कारण ये दो दिग्गज टी20 वर्ल्ड कप से बाहर

दिल्ली के नजफगढ़ में जन्मे सहवाग ने यूं तो कई रिकॉर्ड और यादगार पारी खेलीं लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उसी की सरजमीं पर तिहरा शतक हमेशा फैंस के दिलों में खास जगह बनाए रहेगा। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानने वाले सहवाग ने जब खेलना शुरू किया तो क्रिकेट की शैली को ही बदल कर रख दिया। यही कारण रहा कि सहवाग ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। वह भारत ही नहीं, दुनिया के विस्फोटक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। पाकिस्तान के शोएब अख्तर हों या ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्ग्रा… कोई भी ऐसा धुरंधर गेंदबाज नहीं जिसे सहवाग ने ना धोया हो। उन्हें मुल्तान का सुल्तान भी कहा जाता है। इसकी वजह उनकी एक बेहद खास पारी है जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में खेली थी।

सहवाग

पाकिस्तान के मुल्तान जड़ा था तिहरा शतक

दरअसल 2004 में पाकिस्तान दौरे पर सहवाग ने मुल्तान में 309 रनों की यादगार पारी खेली थी। भारत के लिए तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। सहवाग ने मुल्तान का तिहरा शतक सिर्फ 364 गेंदों में आया था। सहवाग उस दिन पूरे पाकिस्तान को दहला दिया। अपने बल्ले से उन्होंने पाकिस्तान के एक-एक गेंदबाजों की खबर ली। शोएब अख्तर जैसे गेंदबाज लाचार नजर आ रहे थे। अपनी 309 रनों की पारी में सहवाग ने 38 चौके और 6 छक्का मारा। उस दिन से सहवाग का नाम सुनकर ही पाकिस्तानी गेंदबाज कांप जाते थे।

वो भारत की तरफ से टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले देश के पहले खिलाड़ी हैं। वहीं वीरू के नाम दुनिया का सबसे तेज तिहरा शतक लगाने का भी रिकॉर्ड है। वीरू 300 रनों के आंकड़े को सिर्फ 278 गेंदों में पूरा किया। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 2 तिहरे शतक जड़े हैं। सिर्फ टेस्ट ही नहीं सहवाग ने वनडे में भी अपनी आक्रामक शैली से गेंदबाजों की बखिया उधेड़ी। सहवाग वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले सचिन के बाद दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बने।

वेस्टइंडीज के खिलाफ जड़ा था वनडे का दोहरा शतक

सहवाग 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रनों की विध्वंसक पारी खेली थी। इतना ही नहीं सहवाग के नाम कई दिनों तक वनडे में भारत की तरफ से सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड भी रहा, जो उन्होंने 60 गेंदों में पूरा किया था। सहवाग टेस्ट में तिहरा और वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने, बाद में क्रिस गेल ने भी ये कारनामा किया। 2008 में सहवाग ‘विस्डन क्रिकेटर ऑफ द वर्ल्ड’ का खिताब पाने वाले पहले भारतीय बने। सहवाग ने कई मैचों में भारत की टेस्ट और वनडे टीम का नेतृत्व भी किया, मगर वो कभी भी टीम के पर्मानेंट कप्तान नहीं रहे। हालांकि वो टेस्ट और वनडे टीम के उपकप्तान काफी दिनों तक रहे।

सहवाग बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी हाथ आजमाते थे और उन्होंने कई मौकों पर टीम के लिए उपयोगी गेंदबाज की भूमिका निभाते हुए जीत दिलाई। सहवाग भारत के 2007 टी20 और 2011 वनडे विश्वकप विजेता टीम के सदस्य भी रहे और उन्होंने टूर्नामेंट में अहम भूमिका भी निभाई। सहवाग ने साल 2015 में अपने जन्मदिन पर यानि 20 अक्टूबर को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से सन्यास का ऐलान किया। 20 अक्टूबर 2021 को सहवाग अपना 43वां जन्मदिन मना रहे हैं। जानते हैं कैसे बने सहवाग वीरू से ‘मुल्तान के सुल्तान’।

सहवाग का करियर

सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट मैचों में 49.34 की औसत से कुल 8,586 रन बनाए, इसके अलावा 251 एकदिवसीय मैचों में 8,273 रन भी बनाए। पूर्व सलामी बल्लेबाज ने भारत के लिए 19 टी-20 मैच भी खेले हैं, जिसमें उन्होंने 394 रन बनाए हैं। वह पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली दो विश्व कप विजेता टीमों का भी हिस्सा थे।

भारत ने घरेलू मैदान पर 2011 में एकदिनी विश्व कप और दक्षिण अफ्रीका में उद्घाटन टी-20 विश्व कप जीता था। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में, सहवाग ने दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेले गए 104 मैचों में 2,728 रन बनाए हैं। वह तिहरा शतक (300 या अधिक रन) बनाने वाले एकमात्र भारतीय क्रिकेटर हैं और उन्होने दो बार यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ 309 और फिर 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 रन बनाए थे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)