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बिना किसी सूचना के हटाये गये अतिथि शिक्षक, 8 महीने से नहीं मिला वेतन

HS (13)

 

जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में अतिथि शिक्षक संघ के संभागीय व जिला पदाधिकारियों की बैठक शनिवार को रखी गयी थी। बैठक में अतिथि शिक्षकों ने अपना दर्द बयां किया पिछले 08 महीने से वेतन नहीं मिलने से परिवार व घर चलाना कितना मुश्किल हो गया है।

बता दें, अतिथि शिक्षक सेवक के रूप में नियुक्ति एकल शिक्षक एवं शिक्षक विहीन स्कूलों में की गई थी। बच्चों को अतिथि शिक्षक सेवक पूरी ईमानदारी से पढ़ा रहे थे, लेकिन कोरोना काल के चलते शिक्षण सेवकों का अनुबंध को बीच में ही बिना किसी सूचना के समाप्त कर दिया एवं शिक्षण सेवक(अतिथि शिक्षक) को सेवा से भार मुक्त कर दिया गया। जिससे कोरोना काल में अतिथि शिक्षक सेवक बेरोजगार होकर मानसिक व आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं। अतिथि शिक्षक सेवक पूर्व में बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा द्वारा तात्कालीन कमिश्नर बस्तर संभाग के समकक्ष अतिथि शिक्षकों के इस मांग को ज्ञापन के रूप में उनके साथ दो माह पूर्व भी रखा था।

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कमिश्नर बस्तर द्वारा यह आश्वासित किया गया था, कि इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई कि जाएगी, परंतु आज तक इस पर कुछ कार्रवाई नहीं होने पर अतिथि शिक्षक संघ एवं उनके समर्थन वे खड़े बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा बस्तर के भरत कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार यदि इस बात को गंभीरता से नहीं लेती है तो अतिथि शिक्षकों के समर्थन में बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा को इन पीडि़तो के लिए आंदोलन करना पड़ेगा। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के महिला मोर्चा के सोभा गंगोत्री ने कहा कि एक महिला होने नाते मैं हर एक महिला अतिथि शिक्षक गण के भावनाओं को समझती हूं एवं उनके कष्टों को भी समझती हूं। बैठक में संभागीय व जिला पदाधिकारी उपस्थित रहे।