कुंभ जैसी हो माघ मेले की भव्यता, योगी ने कुछ इस अंदाज में दिए निर्देश

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनपद प्रयागराज के माघ मेले 2020-21 तथा वृन्दावन, मथुरा में प्रस्तावित 16 फरवरी से 28 मार्च तक आयोजित होने वाले संत समागम-2021 की सभी तैयारियों की समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि यह आयोजन महत्वपूर्ण हैं। इन्हें प्रयागराज कुम्भ-2019 की भांति स्वच्छता, सुरक्षा एवं सुव्यवस्था के उच्च मापदण्डों के आधार पर आयोजित किया जाए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में सुनिश्चित हो। प्रयागराज में गंगा तथा वृन्दावन, मथुरा में यमुना की निर्मलता व अविरलता सुनिश्चित की जाए। इन दोनों आयोजनों के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित विभाग अपने स्तर पर निरन्तर समीक्षाएं सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य सचिव स्तर पर साप्ताहिक-पाक्षिक समीक्षा करते हुए आयोजनों की तैयारियों और प्रगति से मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिए।

कल्पवासियों व साधु-संतों को मिले उच्च स्तर की व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि माघ मेले तथा संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं विशेषकर कल्पवासियों व साधु-संतों के लिए उच्च स्तर की व्यवस्था करते हुए सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। साथ ही, सुरक्षा के सभी प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में सुविधाएं मुहैया कराए जाने तथा सुरक्षा के सम्बन्ध में कोई समझौता न किया जाए। माघ मेले तथा संत समागम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छता, सैनेटाइजेशन का पूर्ण प्रबन्ध हो।

प्रवेश से पहले अनिवार्य रूप से हो आरटीपीसीआर से कोविड टेस्ट

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए माघ मेले तथा संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए क्षेत्र में प्रवेश से पहले कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए आरटीपीसीआर पद्धति से कोविड टेस्ट आवश्यक रूप से हो। इसकी निगेटिव रिपोर्ट होने से क्षेत्र में प्रवेश में आसानी होगी। यह रिपोर्ट पुरानी न हो। इसके बाद मेला क्षेत्र में रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से श्रद्धालुओं की जांच की जाए।

उन्होंने कहा कि श्रद्धालु यह टेस्ट मेला क्षेत्र में आने से पूर्व करवा लें, ताकि उन्हें रिपोर्ट मिल जाए और वे इसके आधार पर प्रवेश पा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है। उन्होंने प्रयागराज मेला प्राधिकरण तथा उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद को विशेष रूप से कोरोना के मद्देनजर तैयारी किए जाने के निर्देश दिए।

आयोजन क्षेत्र में मिले संक्रमित व्यक्ति को तत्काल भेजा जाए अस्पताल

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है। लेकिन, इसका खतरा अभी टला नहीं है। सतर्कता, बचाव व सावधानी आवश्यक है। सम्बन्धित आयोजनों में कल्पवासियों, महात्माओं व साधु-संतों की व्यवस्थाएं प्राथमिकता के स्तर पर सुनिश्चित की जाएं। यदि कोई व्यक्ति आयोजन क्षेत्र में कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे तुरन्त अस्पताल भेजकर इस सम्बन्ध में शीघ्रता से कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए और सम्बन्धित व्यक्तियों के क्वारंटीन की व्यवस्था हो।

वृन्दावन में भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर किया जाए स्थापित

उन्होंने कहा कि बेहतर सर्विलांस और नियंत्रण के लिए प्रयागराज के इंटीग्रेटेड कमाण्ड ऐण्ड कण्ट्रोल सेण्टर की भांति वृन्दावन, मथुरा में भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाए। इन सेंटरों का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करते हुए हर गतिविधि पर नजर रखी जाए। अनावश्यक और गैर जरूरी भीड़ को नियंत्रित किया जाए। शौचालय आदि का प्रबन्ध पर्याप्त व्यवस्था में रहे। मोबाइल शौचालय भी उपलब्ध रहें। शुद्ध पेयजल, खाद्यान्न की उपलब्धता, चिकित्सालयों और एम्बुलेंसेज की व्यवस्थाएं सुनिश्चित रहें। पेयजल और विद्युत आपूर्ति निरन्तर बनाए रखी जाए।

गंगा, यमुना में निर्मल-अविरल प्रवाह हर हाल में करें सुनिश्चित

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में गंगा का 01 जनवरी से 16 फरवरी तथा वृन्दावन, मथुरा में यमुना का 01 फरवरी से 28 मार्च तक निर्मल और अविरल प्रवाह हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। इनमें गिरने वाले अवशेष सीवर व नालों को टैप किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित कार्य निर्धारित समयावधि के भीतर पूरे कर लिए जाएं।

 

उन्होंने कहा कि आयोजनों की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की गंदगी न रहे। सैनिटाइजेशन व स्वच्छता, आयोजन क्षेत्रों के अलावा सम्पूर्ण शहर में भी दिखायी दे। प्रयागराज तथा वृन्दावन, मथुरा में पर्यटन और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का सौन्दर्यीकरण एवं साफ-सफाई के प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं।

आयोजन को लेकर देखा प्रस्तुतीकरण, दिए निर्देश

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रयागराज व वृन्दावन-मथुरा के जिलाधिकारियों सहित सभी सम्बन्धित विभागों से आयोजनों के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान माघ मेला 2020-21 तथा संत समागम-2021 के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण भी किया गया, जिसमें आयोजनों के सम्बन्ध में कराए जाने वाले कार्यों के विषय में विस्तार से प्रकाश डाला गया।