Tokyo Paralympic: टोक्यो पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता पैरा-शटलर Pramod Bhagat को डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद अब वो अब पेरिस पैरालंपिक का हिस्सा नहीं हो सकेंगे। विश्व बैडमिंटन महासंघ BWF ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
18 महीने के लिए किया गया निलंबित
दरअसल, BWF ने एक बयान में बताया कि, “बैडमिंटन विश्व महासंघ पुष्टि करता है कि भारत के टोक्यो 2020 पैरालंपिक चैंपियन प्रमोद भगत को 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है। वह पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में भाग नहीं लेंगे।” इसके साथ ही BWF ने कहा कि, कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ने भगत को 12 महीनों के भीतर तीन बार अपने ठिकाने के बारे में जानकारी नहीं देने के लिए बीडब्ल्यूएफ डोपिंग रोधी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया।
भगत ने CSL में की अपील
CSL3 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने वाले Pramod Bhagat ने इस निर्णय के खिलाफ CSL में अपील की, लेकिन सीएएस ने निर्णय को बरकरार रखते हुए निलंबन की पुष्टि की। इस साल की शुरुआत में भगत ने थाईलैंड में बीडब्ल्यूएफ पैरा-बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में अपना स्वर्ण पदक बरकरार रखा था। इस जीत ने न केवल उन्हें बीडब्ल्यूएफ पैरा-बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले पैरा-एथलीट बना दिया, बल्कि विश्व चैंपियनशिप में चीनी लिन डैन के पांच खिताबों के रिकॉर्ड की बराबरी भी की।
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बता दें, उन्होंने साल 2009, 2015, 2019, 2022 और 2024 में स्वर्ण पदक जीते हैं। इन तीन लगातार स्वर्ण पदकों के साथ उनके पदकों की संख्या 14 हो गई है, जिसमें सभी श्रेणियों में छह स्वर्ण, तीन रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं।