देश Featured दिल्ली टॉप न्यूज़

अडानी मुद्दे पर एकजुट विपक्ष JPC की मांग पर अड़ा, क्या अगले सप्ताह चल पाएगी संसद?

opposition unites on hindenburg report against adani jpc probe
adani-Row-parliament नई दिल्लीः अडानी के मुद्दे पर बिखरा हुआ विपक्ष संसद के अंदर और बाहर एकजुट होता नजर आ रहा है। विपक्षी दलों की एकजुटता के कारण संसद के बजट सत्र के पहले चरण में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू भी नहीं हो सकी। हिंडनबर्ग और अडानी समूह की जेपीसी जांच की मांग पर अड़े विपक्ष के साथ, दोनों सदनों में हंगामे के कारण बजट सत्र के पहले सप्ताह में कोई कामकाज नहीं हुआ। दरअसल इस बार बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई। इसी दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। अगले दिन 1 फरवरी को वित्त मंत्री ने सदन में बजट पेश किया। संसदीय परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा बजट पेश होने के अगले दिन 2 फरवरी को शुरू होनी चाहिए थी, लेकिन फरवरी और फरवरी दोनों ही दिन विपक्ष के हंगामे के कारण ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में अब बड़ा सवाल यह है कि क्या अगले हफ्ते भी सदन में कोई काम होगा? क्या सोमवार को सुबह 11 बजे भी दोनों सदनों में हंगामा होगा? क्या JPC की मांग को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जारी गतिरोध जारी रहेगा या कोई समाधान निकलेगा? ये भी पढ़ें..बायूज ने फिर की बड़ी छंटनी, अब 1 हजार से अधिक कर्मचारियों को किया बाहर फिलहाल विपक्षी दल JPC की मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, वहीं सरकार ने भी साफ कर दिया है कि सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। विपक्ष बेवजह हंगामा कर रहा है क्योंकि वह सदन में इस पर चर्चा नहीं करना चाहता। सरकार की ओर से यह भी तर्क दिया जा रहा है कि एसबीआई और एलआईसी पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस बार कांग्रेस की तरफ से जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने और बनाए रखने का जिम्मा संभाल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की तरफ से कहा जा रहा है कि एक आदिवासी महिला ने अपना पहला भाषण दे दिया है और विपक्ष धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा से भाग रहा है. ऐसे में सरकार अपने रुख से बिल्कुल भी पीछे हटने को तैयार नहीं है, लेकिन उसका यह भी मानना ​​है कि सोमवार तक कोई समाधान निकाला जा सकता है, ताकि सदन में चर्चा शुरू हो सके। हालांकि अभी तक इसे लेकर विपक्षी दलों की तरफ से कोई संकेत नहीं आया है। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते सोमवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले सरकार और विपक्ष दोनों अलग-अलग बैठकर अपनी रणनीति बनाएंगे और उसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि सोमवार को सदन चल पाएगा या नहीं? (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)