दिल्ली: फ्री पानी या जहर ?

दिल्ली के अधिकतर इलाकों में बहुत गंदा पानी आ रहा है। इसके अलावा पानी जरूरत के हिसाब से भी नहीं मिल रहा। शिकायत करने पर दिल्ली सरकार व विभाग ने हाथ खड़े कर दिये। मामला संज्ञान में आने के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री इस मामले पर गंभीरता नहीं दिखा रहे। वहीं दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों का कहना हम हर स्तर पर जितना बेहतर कर सकते हैं वो कर रहे हैं लेकिन सवाल यह है कि आखिर नलों से पानी के साथ गटर का पानी आ रहा है तो वह कैसे पिया जाए। स्थिति यह है कि पानी को तीन-चार बार फिल्टर करके पीने लायक बनाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन उससे भी बदबू व कालापन नहीं जा रहा है। लोग गंदा पानी पीकर बीमार पड़ रहे हैं। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यह बेहद आश्चर्य की बात है कि एक ही तरह की बीमारी के लोग लगातार आ रहे हैं।

इस मामले में विपक्ष का कहना है कि दिल्ली सरकार ने फ्री बिजली व पानी के नाम पर लूटा है और लोगों को पानी के नाम पर जहर दिया जा रहा है। केजरीवाल एंड कंपनी जितनी बड़ी-बड़ी बातें करती है यदि उसका दो प्रतिशत भी काम कर ले तो राजधानी की हालात सुधर सकती है। यदि उन स्लम कॉलोनियों पर गौर करें जहां पाइप लाइन में पानी नहीं आता, वहां टैंक में आता है, वहां पानी पर लोग ऐसे लड़ते हैं मानो खजाना लुट रहा हो चूंकि जितना पानी आता है उससे चालीस प्रतिशत लोगों की ही पूर्ति होती है। बीजेपी विधायक जितेन्द्र महाजन का कहना है कि ‘कई बार व्यक्तिगत तौर पर भी दिल्ली सरकार व दिल्ली जल बोर्ड के चीफ इंजीनियर को अवगत कराने के बावजूद टाल दिया जाता है।‘

आश्चर्य तो इस बात का है कि यह देश की राजधानी की स्थिति है। इस मामले पर अब बीजेपी जगह-जगह प्रदर्शन भी कर रही है लेकिन हल निकलता नजर नहीं आ रहा। केजरीवाल सरकार दिल्ली मॉडल के गुणगान ऐसी करती है जैसे पेरिस बना दिया गया हो। पानी जैसी चीज जो जिंदगी की पर्यायवाची है, यदि वो भी न मिले तो ऐसी राजनीति से परहेज करना चाहिये। बच्चे, बूढ़े व गर्भवती महिलाओं को गंदा पानी पीने से बहुत समस्या हो रही है। गंदा पानी पीकर जिस तरह लोग बीमार पड़ रहे हैं, इस मामले पर चिकित्सकों का कहना है यदि कोरोना आ गया तो सबसे पहले इन लोगों को अपनी चपेट में ले लेगा चूंकि पानी इतना गंदा है कि लोगों की आंतरिक शक्ति बहुत कमजोर पड़ रही है। जो पानी कई बार फिल्टर करके भी अपना रंग व स्वाद नहीं बदल रहा तो स्पष्ट तौर पर समझने की बात यह है कि यह जहर के समान ही माना जाएगा।

केजरीवाल सरकार इस समय दिल्ली की जनता से खुलेआम खिलवाड़ कर रही है। केजरीवाल अजीब शैली की राजनीति करते हैं। अपनी कमी या गलती कभी नहीं मानते। अच्छा किया तो दिल्ली सरकार ने और बुरा किया तो केन्द्र सरकार ने। कभी भी, कहीं भी बिना किसी तथ्यों के कुछ भी बोल देते हैं। बहरहाल, जनता से जुड़े बुनियादी मामलों का ख्याल रखना होगा अन्यथा यह पब्लिक जैसे सिर पर चढाती, उससे भी बुरी तरह उतार देती है।

योगेश कुमार सोनी