Kolkata: पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में चार साल की मासूम बच्ची के साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया था। तंत्र साधना के नाम पर इस मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
तांत्रिक ने बच्ची से किया दुष्कर्म फिर हत्या
इस जघन्य अपराध में शामिल तांत्रिक को फांसी की सजा सुनाई गई है, जबकि इस घटना में अपनी पोती को तांत्रिक को सौंपने वाली बच्ची की दादी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। यह दर्दनाक घटना 2018 में आरामबाग अनुमंडल क्षेत्र में हुई थी, जब बच्ची की दादी ने उसे सिद्धि प्राप्त करने के लिए एक तांत्रिक दंपत्ति के पास ले जाने का फैसला किया। तांत्रिक ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी।
सेप्टिक टैंक में मिला था बच्ची शव
इतना ही नहीं, हत्या के बाद बच्ची के शव को पड़ोसी के घर के पास स्थित सेप्टिक टैंक में फेंक दिया। जब बच्ची घर नहीं लौटी तो उसके माता-पिता ने उसकी तलाश शुरू की और आखिरकार पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस ने सेप्टिक टैंक से बच्ची का शव बरामद किया और तांत्रिक दंपत्ति और बच्ची की दादी को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को आरामबाग सबडिवीजन कोर्ट के जज कृष्ण कुमार अग्रवाल ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए तांत्रिक को फांसी की सजा सुनाई।
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बच्ची के परिवार को सरकारी सहायता
वहीं, बच्ची की दादी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। कोर्ट के मुताबिक, 2024 की शुरुआत में फरवरी महीने में तांत्रिक की जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इस अपराध में शामिल उसकी पत्नी को मौत की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने दोषियों पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है और बच्ची के परिवार को 3 लाख रुपये की सरकारी सहायता देने का आदेश दिया है। दोषियों के वकील ने कहा कि वे इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे।
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