बीच रास्ते में ही खत्म हुई एम्बुलेंस में ऑक्सीजन, चार माह के बच्चे की मौत

पलवलः पलवल के सचिन अस्पताल और एम्बुलेंस चालक की लापरवाही के कारण चाह महीने के बच्चे की मौत होने का मामला गुरुवार को सामने आया। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि इलाज के लिए बच्चे को दिल्ली के लिए रेफर किया गया था। मगर दिल्ली ले जाते समय रास्ते में एम्बुलेंस में मौजूद सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म हो गई और ऑक्सीजन की कमी से बच्चे ने दम तोड़ दिया।

शमशाबाद निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि वह अपने 4 माह के बीमार बच्चे को अस्पताल में 20 नवम्बर रविवार को ईलाज के लिए लाए थे। डॉ. सचिन गुप्ता ने उन्हें बताया कि चार-पांच घंटे बच्चों को एडमिट कर कर देख लेते हैं, यदि कुछ प्रोग्रेस हुई तब तो वह इलाज आगे बढ़ा देंगे नहीं बच्चे को रैफर कर देंगे। परिजनों के अनुसार 5 घंटे के बाद बच्चे में कुछ सुधार होने पर बच्चे की एडमिशन फाइल दोबारा बनवा कर और उसका इलाज फिर से शुरू कर दिया था। 20 नवम्बर के बाद 22 नवम्बर तक बच्चे की हालत में सुधार होता रहा। 23 को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। जिस पर डॉक्टर से चिंता व्यक्त करने के बाद डॉक्टर ने बच्चे को दिल्ली के कलावती हॉस्पिटल में ले जाने की सलाह देकर डिस्चार्ज स्लिप बनाकर एक एम्बुलेंस को बुलाकर बच्चे को एम्बुलेंस में शिफ्ट कराकर रेफर कर दिया था।

पीड़ित परिवार का कहना है कि बच्चे का ऑक्सीजन लेवल काफी कम था जैसे कारणों से रेफर किया गया था और जिस एम्बुलेंस में बच्चों को भेजा गया था उस एम्बुलेंस में ऑक्सीजन गैस सिलेंडर में बहुत कम ऑक्सीजन था। जो कुछ ही देर में बघोला पहुंचने तक समाप्त हो गई। जिसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ने पर एम्बुलेंस चालक को कहा गया था। उसने कहा कि किसी हॉस्पिटल से ऑक्सीजन सिलेंडर मांग लो। ऑक्सीजन गैस सिलेंडर नहीं मिलने पर चालक ने कहा कि वह बल्लभगढ़ में एक बड़ा हॉस्पिटल वहां तक बच्चे को पहुंचा देगा। कुछ ही देर में ऑक्सीजन समाप्त हो जाने के कारण बच्चे की सांसें रुक गई। यह अंदाजा लगते ही एम्बुलेंस के ड्राइवर उन्हें एक निजी हॉस्पिटल के पास ऑक्सीजन गैस सिलेंडर के लिए भेज दिया। खुद एम्बुलेंस गाड़ी को लेकर भाग गया। इसमें उनके गर्म कपड़े बच्चे के कपड़े, बच्चे की दवाइयां पैसे तथा दूसरा अन्य सामान भी था । उस सब को लेकर एम्बुलेंस चालक के भागने के बाद जैसे तैसे वह बल्लभगढ़ के एक निजी हॉस्पिटल में पहुंचे। वहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। उसके बाद पीड़ित परिवार के लोग पलवल वापस आए।

सिटी थाने में जांच अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि उन्हें लिखित शिकायत मिली है जिस पर वह सीएमओ को पत्र लिखकर उनकी रिपोर्ट मांग रहे हैं आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।वह बच्चे को लेकर डेढ़ किलोमीटर पैदल ही भागे और ऑटो से अस्पताल पहुंचे। मगर उनके बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि एम्बुलेंस चालक ने शराब पी हुई थी।

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