आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रोसैया का निधन, 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

हैदराबादः आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कोनिजेती रोसैया का शनिवार को निधन हो गया। सूत्रों ने कहा कि पल्स रेट में गिरावट के बाद, रोसैया को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। रोसैया ने 3 सितंबर, 2009 से 24 नवंबर, 2010 तक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था। रोसैया के परिवार में पत्नी शिवलक्ष्मी,3 बेटे और 1 बेटी हैं। बेटों को नाम केएस सुब्बा राव और केएसएन मूर्ति है, जबकि बेटी पी रमा देवी हैं। रोसैया एक बेहतर वक्ता भी थे।वे वर्ष 1998 में मसाला बोर्ड के सदस्य भी थे।

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मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ने के बाद, 2011 से 2016 तक तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप कार्य किया और। वह कर्नाटक के भी राज्यपाल रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया था और उन्हें रिकॉर्ड 15 बार राज्य का बजट पेश करने का गौरव प्राप्त है।1933 में जन्मे रोसैया ने 1968 में आंध्र प्रदेश विधान परिषद के सदस्य के रूप में अपनी विधायी यात्रा शुरू की। उन्होंने आंध्र प्रदेश विधानसभा में चिराला का प्रतिनिधित्व भी किया है। मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने रोसैया के निधन पर दुख व्यक्त किया है और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

रोसैया का राजनीति करियर

रोसैया ने स्वतंत्रता कार्यकर्ता एनजी रंगा के राजनीतिक शिष्य के रूप में राजनीति में कदम रखा था। वे 1968, 1974, 1980 और2009 में एमएलसी और चिराला विधानसभा क्षेत्र से 1989 और 2004 में विधायक चुने गए। रोसैया 1998 में पहली बार नरसरावपेट से सांसद चुने गए थे। वर्ष 2011 में वे तमिलनाडु के राज्यपाल बनाए गए। रोसैया ने मंत्री रहते हुए लगातार 7 बार राज्य का बजट पेश किया। यह देश में एक रिकॉर्ड है।

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