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मजदूरी भुगतान के लिए धरने पर बैठे कामगार, लगाया मारपीट कर भगाने का आरोप

अनूपपुरः वनविभाग कर्मचारियों पर गड्ढा खुदाई से जुड़े श्रमिकों ने मारपीट कर परिसर से भगाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार सुबह कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराई है। श्रमिकों का आरोप है कि वन विभाग के कर्मचारी ने वनमंडल अनुविभागीय कार्यालय परिसर से चले जाने की बात कहते हुए अभद्रता की। साथ ही लाठी-डंडों से महिला एवं पुरुष के साथ मारपीट की। यहीं नहीं मजदूरों ने जब वन विभाग के कर्मचारियों से भुगतान दिलाने की बात कही तो कर्मचारियों ने कोई भी भुगतान शेष नहीं होने की बात कहते हुए यहां से चले जाने के लिए कहा। जिस पर मजदूरों ने कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।

मजदूरों ने एक वीडियो भी पुलिस को सौंपा है, जिसमें मारपीट की बात कही है। दूसरी ओर एसडीओ अनूपपुर केबी सिंह ने बताया कि वे चुनावी काम में अमरकंटक गए हुए थे, लेकिन कार्यालय परिसर में मारपीट सम्बंधित कोई जानकारी उनके संज्ञान में नहीं है। अगर उनका आरोप है तो हम इसमें जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई करेंगे। वहीं थाना प्रभारी अमर वर्मा ने भी शिकायत मिलने की बात कहते हुए जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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विदित हो कि 45 मजूदरों ने अमरकंटक में खोदे गए 34 हजार गड्ढों के पूरा भुगतान कराए जाने की मांग लेकर पिछले 31 मई से यहां डेरा जमाए हुए थे। जिसमें पूर्व में किसी का भुगतान नहीं होने की जानकारी दी थी। लेकिन वनविभाग का कहना था कि जितना काम लिया गया उसके एवज में भुगतान हो चुका है, कुछ मजदूरों के बैंक खाते नहीं होने के कारण उनके शेष है। इस प्रकरण में एसडीओ राजेन्द्रग्राम ने डीएफओ को पत्राचार करते हुए अनूपपुर एसडीओ कार्यालय परिसर में गंदगी के साथ कार्य बाधित होने की बात कहते हुए मजदूरों को हटाने अपील की थी। जिस पर 4 जून को एसडीओपी अनूपपुर कीर्ति बघेल ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्था करते हुए चार सदस्यी जांच टीम बनाते हुए कार्य सत्यापन के अनुसार भुगतान की बात कही थी। जिस पर दोनों पक्ष सहमत हुए थे। इस दौरान 45 मजदूरों में अधिकांश वापस लौट गए थे।

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