नई दिल्लीः अमेरिका ने एकबार फिर दोहराया है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान के साथ उसका चतुर्गुट समूह (क्वाड) किसी एक मुद्दे और खतरे पर आधारित नहीं है। इसका मकसद लोकतांत्रिक देशों के लोगों और पूरी दुनिया का हित साधना है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से यह बयान आज होने जा रही क्वाड नेताओं की पहले वर्चुअल बैठक के पूर्व आया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन के साथ चतुर्गुट समूह के नेताओं के पहले वर्चुअल सम्मेलन में भाग लेंगे।
बैठक में पीएम मोदी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मोरिसन के बीच साझा हितों वाले क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी। इस दौरान कोरोना महामारी का मुकाबला करने और भारत-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षित, समान एवं सस्ते टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करने में सहयोग पर भी चर्चा होगी।
इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने क्वाड देशों के नेताओं की पहली बैठक को ‘ऐतिहासिक’ बताया है और कहा है कि इसमें हिंद-प्रशांत और कोविड को लेकर चर्चा होगी।
वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार क्वाड सम्मेलन में सभी नेता साझा हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे और एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने की दिशा में सहयोग के क्षेत्रों पर अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। यह शिखर सम्मेलन समकालीन चुनौतियों जैसे लचीली सप्लाई चेन व्यवस्था, नई उभरती महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी, समुद्री सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन पर विचारों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
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शिखर सम्मेलन के दौरान, क्वाड नेता कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षित, समान और सस्ती टीके सुनिश्चित करने में सहयोग के सहयोग के अवसरों का पता लगाएंगे।