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फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं, जानें कोर्स व सैलरी

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how-to-become-a-film-director नई दिल्लीः फिल्में देखना हर किसी को पसंद होता है। देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हर साल खूब फिल्में बनती हैं। फिल्में दर्शकों की पसंद के अनुसार बनाई जाती हैं। एक फिल्म बनाने के पीछे कई लोगों की मेहनत होती है। एक टीम एक विषय पर कई दिन या महीनों तक रिसर्च करती है और उसे पर्दे पर साकार करने के लिए कलाकारों को ढूंढा जाता है। यही नहीं, इसमें कैमरामैन, कू्र मेंबर्स से लेकर एक ऐसे व्यक्ति की खास अहमियत होती है, जिसके निर्देश पर कलाकार काम करते हैं। यह व्यक्ति होता है निर्देशक या डायरेक्टर। किसी फिल्म को सफल बनाने में एक्टर्स का रोल तो होता ही है, उसके साथ ही एक कुशल डायरेक्टर का विजन भी होता है। फिल्में कई उद्देश्य से बनाई जाती हैं। इनमें व्यवसायिक या काॅमर्शियल, कला व शिक्षाप्रद फिल्में शामिल हैं। आमतौर पर दर्शक काॅमर्शियल फिल्में देखना पसंद करते हैं और हर साल देश में एक हजार से ज्यादा काॅमर्शियल फिल्में बनती हैं। देश में बाॅलीवुड के अलावा टाॅलीवुड व भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री हैं। यहां फिल्म इंडस्ट्री में अपना भाग्य आजमाने युवा मुंबई का रूख करते हैं। अगर आपको फिल्में देखना अच्छा लगता है और आप भी डायरेक्टर बनकर इस इंडस्ट्री में कदम रखना चाहते हैं तो यह बिल्कुल मुमकिन है। इस लेख में आप जानेंगे कि फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं और इसके लिए क्या कर सकते हैं।

कितनी तरह की होती हैं फिल्में -

film-director-kaise-bane फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए सबसे पहले आपको यह जानना चाहिए कि क्या आप वाकई इस फील्ड में आना चाहते हैं। अगर आप फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में आना चाहते हैं तो आपको फिल्म निर्माण की बारीकियों को समझना पड़ेगा। फिल्म निर्माण की प्रक्रिया काफी जटिल होती है और इस दौरान धैर्य से काम करना पड़ता है। एक निर्देशक का विजन जिस तरह होगा, वह फिल्म भी उसी तरह बनेगी। इसलिए सबसे पहले आपको यह निश्चय करना पड़ता है कि आप किस तरह की कहानी पर काम करना पसंद करेंगे। उदाहरण के लिए - बाॅलीवुड में कुछ निर्देशक एक्शन फिल्में डायरेक्ट करना पसंद करते हैं। उन्हें मारपीट वाली मसाला फिल्में बनाना अच्छा लगता है। रोहित शेट्टी इन निर्देशकों में हैं, जो अपने दर्शकों को एंटरटेनिंग फिल्में परोसते हैं। वहीं, कुछ निर्देशक ऐसे हैं जो कुछ मुद्दों को उठाते हैं। इनकी फिल्मों में जीवंत मुद्दे होते हैं और कहानी के नायक व नायिका भी इसी सिस्टम का एक हिस्सा होते हैं। उदाहरण के लिए, अनुभव सिन्हा ऐसे निर्देशक हैं। उनकी फिल्में मुल्क, आर्टिकल 15, थप्पड़ दर्शकों के सामने कुछ ऐसी परिस्थितियां रखती हैं और उन्हें खुद सही और गलत का फैसला लेना पड़ता है। ऐसी फिल्मों की खासियत होती है कि इनकी कहानी किसी मुद्दे के इर्द-गिर्द ही रहती हैं और इनका नायक भी एक साधारण युवा की तरह ही होता है। इसी तरह कुछ निर्देशक ऐसे भी हैं, जिन्हें कला फिल्में तैयार करना पसंद होता है। कला फिल्में मसाला या काॅमर्शियल फिल्मों से बिल्कुल अलग होती हैं और इन्हें व्यवसाय के लिए नहीं बनाया जाता। कला फिल्मों का दर्शक वर्ग भी अलग होता है। मूलरूप से कला फिल्मों का विषय काफी हल्का होता है। नायक व नायिका सामान्य जीवन का हिस्सा होते हैं। अपर्णा सेन, श्याम बेनेगल, गोविंद निहलानी व केतन मेहता ऐसे ही कुछ निर्देशक हैं।

फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं (how to become a film director) -

film-director-kaise-bane अगर आप फिल्म डायरेक्टर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इसकी पढ़ाई करनी होगी। फिल्म डायरेक्शन कोर्स में इससे संबंधित बारीकियां समझाई जाती हैं। वहीं, इस दौरान युवाओं को शाॅर्ट फिल्में डायरेक्ट करने का भी मौका मिलता है। इससे उन्हें फिल्म बनाने का अनुभव भी मिल जाता है। एक बार फिल्म डायरेक्शन का कोर्स कर लेने के बाद किसी फिल्म डायरेक्टर को असिस्ट करना चाहिए। इससे फिल्म डायरेक्शन से जुड़ीं तकनीक को समझने में मदद मिलेगी। फिल्म डायरेक्शन के लिए किसी डायरेक्टर को असिस्ट करना सबसे बेहतर होता है। इससे आप अपनी कमियों को जान सकेंगे और उन्हें सुधारकर एक अच्छा निर्देशक बन सकेंगे। डायरेक्टर या असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के लिए सबसे पहले आपको प्रोडक्शन हाउस में संपर्क करना होता है। प्रोडक्शन हाउस में एक बार आपने अपनी काबिलियत दिखा दी, तो फिर आपको भविष्य में काम के तमाम अवसर मिलेंगे। हालांकि कभी-कभी काम मिलने में थोड़ा इंतजार भी करना पड़ सकता है, इसलिए आपको धैर्य व संयम रखना पड़ेगा। ये भी पढ़ें..Zwigato: बाॅक्स ऑफिस पर नहीं चली कपिल शर्मा की ‘ज्विगाटो’, केआरके ने इस तरह उड़ाया मजाक

फिल्म डायरेक्शन कोर्स के लिए इंस्टीट्यूट्स (institutes for film direction course)-

  • नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली
  • विसलिंग वुड्स इंटरनेशनल, मुंबई
  • एशियन एकडेमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन, चंडीगढ़
  • सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता
  • फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे

फिल्म निर्देशक बनने के लिए जरूरी बातें (Things needed to become a film director) -

  • फिल्म निर्देशक बनने के लिए उच्च शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होती। आप 12वीं के बाद भी किसी इंस्टीट्यूट से फिल्म डायरेक्शन का कोर्स कर सकते हैं और इस क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। वहीं, अगर आपने ग्रैजुएशन पास कर लिया है तो आसानी से किसी इंस्टीट्यूट में एडमिशन पा सकते हैं।
  • फिल्म निर्देशक बनने के लिए आपको क्रिएटिव होना पड़ेगा। उदाहरण के लिए, अगर आप कोई फिल्म देख रहे हैं तो उसके दृश्यों को समझने की कोशिश करें। कैमरे के मूवमेंट व पोजिशन पर विशेष ध्यान दें। कुछ सीन में वाइड एंगल तो किसी सीन में क्लोज अप का इस्तेमाल होता है।
  • फिल्म डायरेक्टर बनने से पहले हर कोई पहले किसी न किसी डायरेक्टर को असिस्ट करता है। इससे कमियों को जानने व छोटी-छोटी तकनीकियों को समझने का मौका मिलता है। इससे जुड़ी बुनियादी बातें आपको एक कुशल व अनुभवी निर्देशक ही समझा सकता है।

फिल्म निर्देशक को कितनी सैलरी मिलती है (how much salary does a film director get) -

आप अगर इस क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं तो आपको पहले यह जानना होगा कि फिल्म निर्देशक को पैसे उसके काम के आधार पर ही मिलते हैं। आप इस क्षेत्र में जैसे-जैसे अपनी पहचान बनाते हैं, आपकी मांग बढ़ती जाती है और इसी आधार पर पैसे भी मिलते हैं। इस फील्ड में एक निश्चित सैलरी नहीं होती है। शुरुआत में आपको सिर्फ पाॅकेट मनी से ही खर्च चलाना पड़ सकता है, लेकिन धैर्य बनाकर रखें। धीरे-धीरे आपको एक अच्छा पारिश्रमिक मिलने लगता है। एक अनुमान के मुताबिक, अगर आप इस फील्ड में नए हैं तो आपको 20 हजार तक महीने की सैलरी मिल सकती है। वहीं, अगर आप अनुभवी हैं तो आप हर महीने 1 लाख रुपये से भी ज्यादा की कमाई कर सकते हैं। निष्कर्ष- इस पोस्ट में होने आपको बताया कि फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते हैं और कोनसे इंस्टीटूशन्स है जहाँ पर इसका कोर्स कराया जाता है. इसके साथ ही हमने जाना कि फिल्म डायरेक्टर की सैलरी कितनी होती है. (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)