दोहाः फीफा विश्वकप 2022 में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। एक ओर जहां में जापान ने जर्मनी को पीटने के बाद अब स्पेन को 2-1 से हराकर चौंका दिया है। इसके साथ ही ग्रुप-ई से जर्मनी की टीम नॉकआउट स्टेज में नहीं पहुंच पाई। वहीं दूसरी क्रोएशिया ने नंबर-2 टीम बेल्जियम को बाहर कर मोरक्को के साथ प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली। दरअसल विश्व कप में शीर्ष तीन में शामिल दो टीम के बीच हुआ मुकाबला गोल रहित ड्रॉ रहा। इस वजह से क्रोएशिया नॉकआउट में पहुंचा और बेल्जियम ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया। इसी के साथ
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लुकाकू ने गंवाया स्वर्णिम मौका
दुनिया की 12वें नंबर की टीम क्रोएशिया ने बेल्जियम के खिलाफ बेहतर शुरुआत की। शुरुआती मिनटों में क्रोएशिया का दबदबा दिखा लेकिन गोल करने के मौके बेल्जियम को मिले। अहमद बिन अली स्टेडियम में दुनिया की दूसरे नंबर की टीम बेल्जियम ने हैरानी भरा फैसला करते हुए शुरुआती एकादश में रोमेलू लुकाकू और एडेन हेजार्ड जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया। टीम को 21 साल के मिड फील्डर अमादू ओनाना की भी कमी खली। दो पीले कार्ड मिलने के कारण ओनाना निलम्बित थे। बेल्जियम के पास हालांकि नियमित समय के अंतिम तीन मिनट में दो बार गोल दागने का स्वर्णिम मौका था लेकिन दोनों बार लुकाकू चूक गए।
दोनों टीम ने मध्यांतर से पहले कई मूव बनाई लेकिन किसी भी टीम को गोल करने में सफलता नहीं मिली। दोनों ही टीम के खिलाड़ियों की फिनिशिंग में कमी दिखी। मिडफील्ड अच्छे मूव बनाकर मौके तो बना रही लेकिन दोनों ही टीम के स्ट्राइकर गोल करने में नाकाम रहे। बेल्जियम ने मध्यांतर के बाद खेल शुरू होते ही मर्टेन्स की जगह अनुभवी रोमेलु लुकाकू को उतारा। दूसरे हाफ के तीसरे ही मिनट में कप्तान केविन डि ब्रून ने बाएं छोर से तेजतर्रार शॉट मारा लेकिन गोलमुख के सामने जोसिप जुरानोविच ने खतरा टाल दिया।
अगले ही मिनट में लुकाकू के हैडर से लगाए शॉट को गोलकीपर डोमीनिक लिवाकोविच ने रोक दिया। मैच के 50वें मिनट में क्रोएशिया ने पलटवार करते हुए मूव बनाया लेकिन मातियो कोवासिच दनदनाते हुए शॉट को गोल के अंदर पहुंचाने में नाकाम रहे। मोड्रिच को 54वें मिनट में एक और मौका मिला। उन्होंने दो डिफेंडर को छकाकर जगह बनाई लेकिन उनके तेजतर्रार शॉट को बेल्जियम के गोलकीपर थिबोट कोर्टोइस ने दाईं ओर गोता लगाते हुए बाहर कर दिया। जिससे बेल्जियम और क्रोएशिया के बीच मुकाबला गोल रहित ड्रॉ रहा।
88 साल के इतिहास में तीसरी बार नॉकआउट में नहीं पहुंचा जर्मनी
उधर फुटबॉल वर्ल्ड कप के 88 साल के इतिहास में जर्मनी तीसरी बार नॉकआउट में नहीं पहुंचा है। जर्मनी को अंतिम-16 में पहुंचने के लिए जीत के साथ ही बेहतर गोल मार्जिन की जरूरत थी और वह कोस्टा रिका के खिलाफ जीत के बाद भी स्पेन से पीछे रह गया। दोनों ही टीमों के 4-4 अंक थे। जापान ने ग्रुप-ई में स्पेन को 2-1 हराकर नॉकआउट में जगह बनाई। जर्मनी ने 6 गोल किए और उसके खिलाफ 5 गोल हुए। वहीं स्पेन ने 9 गोल किए और 3 उसके खिलाफ हुए।
मोरक्को 1986 के बाद पहली बार नॉकआउट में बनाई जगह
वहीं दोहा के अल थुमामा स्टेडियम में दुनिया की 22वें नंबर की टीम मोरक्को ने हाकिम जियेच (चौथे मिनट) और यूसुफ एन नेसरी (23वें मिनट) के पहले हाफ में दागे गोल से 1986 के बाद पहली बार नॉकआउट चरण में प्रवेश किया। कनाडा का गोल नोएफ एग्वेर्ड (40वें मिनट) की ओर से आया। उन्होंने आत्मघाती गोल दागा। मोरक्को और कनाडा की टीम इससे पहले सिर्फ एक बार एक-दूसरे के आमने-सामने थीं। मोरक्को ने 2016 में इस मैत्री मैच में 4-0 से जीत दर्ज की थी।
इस जीत की बदौलत मोरक्को की टीम तीन मैच में दो जीत और एक ड्रॉ से सात अंक जुटाकर शीर्ष पर रही। चार साल पहले फाइनल में पहुंचने वाला क्रोएशिया एक जीत और दो ड्रॉ से पांच अंक जुटाकर ग्रुप एफ से अंतिम 16 में जगह बनाने वाली दूसरी टीम बना। रूस में 2018 में हुए पिछले विश्व कप में तीसरे स्थान पर रहा बेल्जियम एक जीत, एक ड्रॉ और एक हार से चार अंक जुटाकर तीसरे स्थान पर रहा। अंतिम मैच से पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुका कनाडा कोई अंक नहीं जुटा सका और अंतिम स्थान पर रहा। मोरक्को का सामना अब 05 दिसंबर को होने वाले प्री क्वार्टर फाइनल में ग्रुप ई में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से होगा। इसी दिन क्रोएशिया की टीम ग्रुप ई में शीर्ष पर रहने वाली टीम से भिड़ेगी।
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