मुंबई: उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तार ड्रग तस्कर ललित पाटिल (Lalit Patil) 2020 से पहले नासिक शिवसेना शहर प्रमुख थे। पाटिल को दस दिसंबर, 2020 को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया गया और कोर्ट ने पाटिल को 14 दिनों के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया था। इसके बाद ललित पाटिल से पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की और पुलिस कस्टडी की मांग भी पुलिस ने कोर्ट में नहीं मांगी थी।
देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ही ललित पाटिल (Lalit Patil) को नासिक शहर का अध्यक्ष बनाया था। ड्रग मामले में गिरफ्तार होने के बाद ललित पाटिल (Lalit Patil) को ससून अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया था। पुलिस कस्टडी समाप्त होने के बाद पुलिस ने कोर्ट से यह तक नहीं कहा कि आरोपित से अभी तक पूछताछ नहीं की गई है। कोर्ट ने ललित पाटिल को न्यायिक कस्टडी में भेज दिया था।
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देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सवाल यह पैदा हो रहा है कि ड्रग तस्कर ललित पाटिल (Lalit Patil) से छानबीन किसने रोकी। इसके लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री जिम्मेदार थे या तत्कालीन गृहमंत्री। इस मामले में किसका नार्को टेस्ट किया जाना चाहिए। इसका जवाब खुद उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को देना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस मामले की गहन छानबीन अब की जा रही है। बहुत जल्द बहुत सारे तथ्य सामने आएंगे और इसकी जानकारी वे मीडिया को देंगे।
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