Featured दुनिया

सोने की पत्ती से ढकी मिली दुनिया की सबसे पुरानी ममी, मिस्त्र में पुरातत्वविदों ने की खोज

Egypt-discovered-the-oldest-mummy

काहिराः मिस्त्र के पुरातत्वविद् जही हवास ने घोषणा की है कि उन्होंने विश्व की सबसे पुरानी ममी की खोज की है। यह ममी गीजा के पिरामिडों के पास सक्कारा नेक्रोपोलिस में मिली है और यह करीब 4300 साल पुरानी बताई जा रही है। यह ममी एक पुरुष की है।

पुरातत्वविद् ने जानकारी दी कि बड़े आयताकार चूना पत्थर के सरकोफैगस के अंदर यह ममी पाई गई। यह सोने की पत्ती से ढकी थी। यह सरकोफैगस 15 मीटर गहरे शाफ्ट के नीचे एक कमरे में मिली। इसके आसपास पत्थर के प्राचीन बर्तन भी मिले, जो सील कर दिये गये हैं। बता दें कि सक्कारा के गिसर एल-मुदिर क्षेत्र में प्राचीन वस्तुओं की खोज चल रही है और खुदाई टीम का नेतृत्व हवास कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें..Lonar Lake: रहस्यों से भरी है यह झील, अकबर भी पीते...

राजा खानुमजेडेफ का मिला मकबरा -

हवास ने कहा कि नई खोजों में सबसे महत्वपूर्ण एक मकबरा है, जो पांचवे वंश के अंतिम राजा खानुमजेडेफ का था। इस मकबरे को दैनिक जीवन के शिलालेखों से सजाया गया था। वहीं, दूसरा सबसे बड़ा मकबरा मेरी का मिला, जो रहस्यों का रक्षक था और महल के नेता का सहायक भी था। इनके अलावा एक तीसरा मकबरा भी मिला, जिसमें नौ खूबसूरत मूर्तियां मिलीं। हवास ने क्षेत्र में एक बड़े कब्रिस्तान के होने की भी संभावना जताई।

ताबीज, बर्तन व अन्य सामान मिले -

पुरातत्वविद् ने कहा कि उन्होंने अभियान के दौरान एक और शाफ्ट की खोज की, जो 10 मीटर गहरा है। इस शाफ्ट में लकड़ी की खूबसूरत मूर्तियां, तीन पत्थर की मूर्तियां- जो फेटेक नाम के व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करतीं हैं, एक मेज व एक पत्थर का सरकोफैगस मिला, जिसमें ममी रखी थी। इसके अलावा टीम को इस स्थान पर कई ताबीज, पत्थर के बर्तन व दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाले उपकरण व अंत्येष्टि के देवता पंह-सोकर की अति प्राचीन मूर्तियां भी प्राप्त हुईं।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)