कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल के अंगरक्षक (बॉडीगार्ड) सहगल हुसैन को हिरासत में लेने के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उन्हें पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के मवेशी तस्करी घोटाला से संबंधित पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाने की मांग की।
उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का फैसला पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल में एक विशेष अवकाश अदालत द्वारा 7 अक्टूबर को तकनीकी त्रुटि और समय की कमी के आधार पर ईडी की याचिका को खारिज करने के बाद लिया गया था। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि वे पशु तस्करी घोटाले की जांच में ऐसे चरण में हैं कि हुसैन से आगे की पूछताछ बेहद महत्वपूर्ण है, जो लगातार केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
न्यायिक हिरासत में सीमित अवधि के लिए पूछताछ के माध्यम से उसे क्रैक करना पर्याप्त नहीं है और इसलिए उसे अपने साथ नई दिल्ली ले जाना और उससे पूछताछ करना बेहद जरूरी हो गया है। इसलिए हमने त्योहार के दिन समाप्त होने के बाद आसनसोल अदालत में फिर से शुरू होने की प्रतीक्षा करने के बजाय कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक विशेष अवकाश न्यायालय में इस मामले में एक याचिका दायर करने का फैसला किया है। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, मामले की सुनवाई किसी भी दिन हो सकती है।
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पशु तस्करी घोटाले में जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 7 अक्टूबर को एक नया आरोप पत्र दायर किया। चार्जशीट में अनुब्रत मंडल का नाम पहली बार घोटाले के लाभार्थी के रूप में सामने आया है। सीबीआई ने चार्जशीट में मंडल और उनके परिवार के सदस्यों की बड़ी संपत्ति का विवरण भी रेखांकित किया है।
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