मुंबईः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को शनिवार को तीसरा समन जारी करते हुए उन्हें 100 करोड़ रंगदारी वसूली मामले में पूछताछ के लिए 5 जुलाई को ईडी दफ्तर में बुलाया है। इस मामले में ईडी ने अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख को भी उसी दिन पूछताछ के लिए बुलाया है। अनिल देशमुख आज तीसरा समन मिलने के बाद कानूनी सलाह लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय इससे पहले अनिल देशमुख को दो बार समन जारी कर चुका है। अनिल देशमुख दोनों समन मिलने के बाद ईडी दफ्तर में हाजिर नहीं हुए थे। दोनों बार अनिल देशमुख ने ईडी के दफ्तर में वकील भेजकर बीमारी तथा बढ़ती उम्र का हवाला देकर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पूछताछ किए जाने की मांग की थी। इसके बाद ईडी ने अनिल देशमुख को एक सप्ताह की मोहलत दी थी और अब फिर उन्हें सोमवार को दिन में 11 बजे ईडी कार्यालय में हाजिर होने का आदेश दिया गया है। बताया जा रहा है कि अनिल देशमुख ईडी की जांच से बचने के लिए वरिष्ठ वकीलों से चर्चा करने को दिल्ली रवाना हुए हैं। साथ ही ईडी की कार्रवाई को अनिल देशमुख सर्वोच्च न्यायालय में भी चुनौती दे सकते हैं। उल्लेखनीय है कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये प्रतिमाह रंगदारी वसूली का लक्ष्य देने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था।
यह भी पढ़ेंःप्रधानमंत्री बोले- व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है सरकार
इसी पत्र के आधार पर वकील जयश्री पाटिल ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी और मामले की प्राथमिक जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को दी गई थी। ईडी ने इस मामले में ईसीआईआर दर्ज करके मनी लॉड्रिंग के एंगल से छानबीन कर रही है। ईडी ने इस मामले में एंटिलिया प्रकरण में गिरफ्तार पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे सहित 10 होटल व्यवसाईयों और पुलिस उपायुक्त राजू भुजबल का बयान दर्ज किया है। इसके बाद ईडी ने अनिल देशमुख के मुंबई व नागपुर स्थित 5 ठिकानों पर छापा मारकर कई दस्तावेज बरामद किये हैं और अनिल देशमुख के दोनों पीए कुंदन शिंदे व संजीव पालांडे को गिरफ्तार किया है।