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बोरे के अभाव में धान खरीद पर पड़ रहा बड़ा असर

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करमा/सोनभद्र: करमा विकास खण्ड व सदर विकास खण्ड में बोरे के अभाव में धान की खरीद पर गहरा असर पड़ रहा है। घोरावल एस डी एम के फरमान पर भी कोई असर नहीं पड़ा। किसान को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार एक तरफ जहां किसान बारिश के अभाव में सूखे की मार झेल रहे हैं तो वहीं, किसानों को धन की फसलों के लिए मुख्य घाघर नहर से समय पर पानी नहीं मिल पा रहा है। जिसमें फसल सूख गई, किसी तरह जुगत कर किसान अपने खून पसीने से फसलों को तैयार कर गोदाम पर लाए तो बोरियों का अभाव हो गया।

किसानों ने किसी तरह धान को पैदा कर ऑनलाइन पंजीकरण कराया, क्षेत्रीय लेखपाल के माध्यम से ऑनलाइन भी सत्यापन कराया, फिर फसल तैयार कर नजदीकी खरीद केंद्र गोदाम पर धान बेचने के लिए नम्बर लगाया। लेकिन ऑफलाइन, ऑनलाइन बोरियों के चक्कर में किसान चक्की की तरह पीसने को मजबूर हो गया है। पत्रकारों ने आज धान खरीद केंद्र पर जमीनी हकीकत जानने का प्रयास किया तो ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हुई। एक नवम्बर से सरकारी धान खरीद का फरमान जारी किया गया। 12 नवम्बर से खरीद शुरू हुई जिसमें करमा खरीद केंद्र पर ऑनलाइन 12 किसानों से 620 कुन्तल खरीद हुई, जबकि ऑफलाइन 600 कुन्तल की खरीदारी की गई। केन्द्र प्रभारी श्री तिवारी ने बताया कि किसानों के 600 कुन्तल धान बोरे के अभाव में ऑनलाइन नहीं चढ़ सका है।

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फुलवारी केंद्र प्रभारी धीरज तिवारी ने बताया कि 178 कुन्तल 80 किलो धान खरीद लिया गया है। बोरे के अभाव में हर दिन किसानों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। पांपी केंद्र प्रभारी सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि कुल 22 किसानों का 934 कुन्तल धान खरीद लिया गया है। ऑफलाइन बोरी पचास प्रतिशत किसी तरह बिना समय के मिल रही है लेकिन पचास प्रतिशत बोरी के अभाव में खरीदारी करने में ब्यवधान उत्पन्न हो रहा है।

इस सम्बंध में डिप्टी अमित चौधरी पीसीएफ से सेल फोन पर बात की गई तो उन्होंने ने बताया कि क्रय लागिग के अनुसार 60 प्रतिशत पुरानी बोरी से हम सचिवों के पास क्रय केंद्र पर भेज कर खरीद करा रहे हैं, लेकिन पचास प्रतिशत नए बोरों की समस्या के लिए डीएस को बुलाया है, उन्होंने कहा कि नए बोरियों के लिए पेमेंट कर देंगे। चौधरी ने कहा कि आज के बाद समस्याओं का निदान हो जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ किसानों की मानें तो एक सप्ताह पूर्व एस डी एम घोरावल करमा क्रय केंद्र पर आये थे किसानों को बोरे के लिए परेशान न करने के लिए सम्बंधित को व्यवस्था पूर्ण करने की हिदायत दी थी। लेकिन किसानों के सामने समस्या जस की तस बनी हुई है। किसानों ने इस सम्बंध में जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट किया है।

रिपोर्ट-अरविन्द गुप्ता, सोनभद्र

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