बिहार

पाकिस्तान-बांग्लादेश के रास्ते बिहार पहुंच रहा है करोड़ों का ड्रग्स, निशाने पर युवा

Drugs

किशनगंजः पाकिस्तान बंग्लादेश के रास्ते बिहार और बंगाल में नशे का कारोबार फैल रहा है गौरतलब हो कि वर्ष 2016 के बाद बिहार के सीमावर्ती इलाकों में सूखे नशे का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। पूर्व में जहा स्मैक और ब्राउन शुगर की जब्ती की जाती थी वही हाल के दिनों में अगर देखे तो ये आंकड़े चौकाने वाले है जिसके बाद बुद्धिजीवी वर्ग अपने नौनिहालों के भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई दे रहा है। युवा पीढ़ी स्मैक ब्राउन शुगर के जाल में फंस कर अपना जीवन बर्बाद कर रही है। अगर समय रहते इस पर ठोस कदम नहीं उठाया जाता तो कई पीढ़ियां बर्बाद हो जायेंगी।

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सूत्रों की माने तो पाकिस्तान और बंग्लादेश के रास्ते बंगाल होते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में मादक पदार्थ भेजा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसी सूत्रों की माने तो पाकिस्तान से मादक पदार्थ पहले बंग्लादेश भेजा जाता है और फिर वहा से बंगाल के कालियाचक, सुरजापुर, मालदा होते हुए यह मादक पदार्थ बंगाल और बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ साथ नेपाल तक भेजा जा रहा है। बिहार के पूर्णिया, अररिया, किशनगंज के साथ साथ बंगाल के सिलीगुड़ी, खोरीबाड़ी, इस्लामपुर इलाके में हाल के दिनों में हुई मादक पदार्थों की जब्ती और गिरफ्तारियों से भी यह साबित होता है की सफेद पाउडर के इस काले कारोबार में कौन लोग शामिल है।

सूत्रों की माने तो कई सफेदपोश लोग इस काले कारोबार में शामिल है जो मोटी कमाई के लिए युवा पीढ़ी को नशे की काल कोठरी में ढकेल रहे है। गौरतलब हो कि बीते तीन महीने में सीमावर्ती इलाके से करोड़ो के स्मैक, ब्राउन शुगर सहित अन्य मादक पदार्थ जब्त किए गए है। 11 नवंबर को सिलीगुड़ी के फुलवारी इलाके से ढाई करोड़ों रुपए मूल्य का ब्राउन शुगर के साथ बंगाल के मालदा कालियाचक निवासी दो धंधेबाजों आरिफ शेख और नशीमुल हक को गिरफ्तार किया गया। वही 12 नवम्बर को बीएसएफ और इस्लामपुर पुलिस और बीएसएफ ने बंगाल के ही रतुआ निवासी जयन तारा खातून 21 वर्षीय महिला को 50 लाख के ब्राउन शुगर के साथ रामगंज के निकट से गिरफ्तार किया।

जबकि रविवार 13 नवम्बर को खोरीबाड़ी पुलिस हजारों रुपए के कफ सिरप के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। जिसमे एक किशनगंज के गलगलिया थाना क्षेत्र का निवासी है। यही नहीं इससे पूर्व 7 नवंबर को किशनगंज के गलगलिया थाना क्षेत्र में ही पुलिस और एसएसबी ने 68 ग्राम से अधिक स्मैक के साथ साथ लाखो रुपए की नकदी बरामद किया था साथ ही पति पत्नी को गिरफ्तार किया गया था। जबकि 5 नवंबर को एसएसबी ने 78 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ भारी मात्रा में कफ सिरप के साथ दो धंधेबाजों को गिरफ्तार किया था।

इससे पहले 2 लोगो को नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया गया। बीते एक पखवाड़े में खोरीबाड़ी इलाके से ही लगभग एक दर्जन नशे के कारोबारियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वही 25 अक्टूबर को एसएसबी 41वी बटालियन ने मो० शरीफ ठाकुरगंज और मो० क़ासिद को कफ सिरप और नशीला टैबलेट के साथ नेपाल जाने के क्रम में गिरफ्तार किया था। जबकि 22 अक्टूबर को खोरीबाड़ी इलाके से ही मुकुल राय और अरुण राय को 100 ग्राम ब्राउन शुगर एवं कफ सिरप के साथ गिरफ्तार किया गया था। 12 सितम्बर को गलगलिया पुलिस ने 7 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ मो० शफीक निवासी गलगलिया, तोरीपट्टी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया था। इन सब गिरफ्तारियों में समानता यह है की अधिकांश का तार बंगाल के मालदा, कालियाचक मुर्सिदाबाद जिले से जुड़ा हुआ है।

गौरतलब हो की बीते दिनों तत्कालीन सदर थानाध्यक्ष अमर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन रेड के तहत करीब 300 नशेडियो और नशे के सौदागरों को गिरफ्तार किया था। सीमावर्ती इलाके में नशे का कारोबार कितने चरम पर है इसी से समझा जा सकता है। जरूरत है नशे के कारोबारियों का नकेल कसे जाने की ताकि युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाया जा सके।

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