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दिनेश लाल निरहुआ ने धर्मेंद्र यादव को दी खुली चुनौती, बोले- चुनाव से पहले…

आजमगढ: लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही एक तरफ जहां राजनीतिक दलों ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं दूसरी तरफ नेताओं के बयानों पर वार-पलटवार का सिलसिला भी जारी है। टिकट की घोषणा के साथ ही सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव गुरुवार को आजमगढ़ पहुंच रहे हैं।

इस बीच, आज़मगढ़ से बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कटाक्ष किया और दावा किया कि वोट देने के बाद अखिलेश यादव तो मैदान छोड़ चुके हैं लेकिन धर्मेंद्र यादव उससे पहले ही मैदान छोड़ देंगे। अपने भाई और सपा नेता विजय लाल यादव के बयान पर पलटवार करते हुए सांसद निरहुआ ने कहा कि अगर फिल्म इंडस्ट्री के लोग हमें यहां तक लाए हैं तो यह मेरा सौभाग्य है।

हम यहीं रहकर कर रहे काम

बुधवार को शहर के भवरनाथ स्थित अपने कार्यालय पर मीडिया से बात करते हुए सांसद निरहुआ ने कहा कि आजमगढ़ ही नहीं पूरा भारत जानता है कि वर्ष 2019 में चुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव और हारने के बाद धर्मेंद्र यादव भाग गये थे। वर्ष 2024 में चुनाव है। अब वह फिर से आज़मगढ़ आ रहे हैं। लोग पूछेंगे कि क्या उन्होंने वर्ष 2022 में चुनाव लड़ा था और उसके कितने दिन बाद वह आज़मगढ़ आए थे। लेकिन साल 2019 में हम भले ही चुनाव हार गए, लेकिन हम लोग आज़मगढ़ में रहकर जनता के लिए काम कर रहे थे। वर्ष 2022 में हम चुनाव जीत भी गये तो भी यहीं रहकर काम कर रहे हैं। सांसद निरहुआ ने कहा कि धर्मेंद्र यादव भी जानते हैं कि यहां कुछ नहीं होने वाला है क्योंकि अगर एक फीसदी भी जीत की उम्मीद होती तो अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ने आ जाते। उन्हें पता है कि यह सीट उनके हाथ से निकल चुकी है, इसलिए वह कोरम पूरा कर रहे धर्मेंद्र यादव को भेज रहे हैं।

चुनाव से पहले ही छोड़ देंगे मैदान

सांसद निरहुआ ने कहा कि सपा यह भी दावा कर रही है कि अगर सरकार बनी और अखिलेश यादव प्रधानमंत्री बने तो हम सपना देखने में कुछ रुकावटें पैदा कर सकते हैं। लेकिन अगर धरातल पर देखें तो इस बार हम 80 की 80 सीटें जीतेंगे और उनका सफाया हो जाएगा।

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सांसद निरहुआ ने कहा कि अगर धर्मेंद्र यादव आ रहे हैं तो उन्हें कम से कम चुनाव तक इंतजार करना चाहिए। क्योंकि जब 2019 का चुनाव ख़त्म हुआ था तो अखिलेश यादव चुनाव आयोग के पास गए थे और कहा था कि आज़मगढ़ का जो भी नतीजा आएगा वो उन्हें स्वीकार नहीं होगा, इसलिए वो वोटिंग के बाद मैदान से हट गए थे, लेकिन मुझे लगता है कि धर्मेंद्र यादव उससे पहले ही मैदान छोड़ देंगे।

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