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Khunti: अयोध्या में रामलला के दर्शन कर भावुक हुए भक्त, सरकार की सराहना की

खूंटी (Khunti): देश के प्राचीनतम शहरों में से एक मंदिरों की नगरी अयोध्या धाम के भव्य मंदिर में विराजमान भगवान श्री राम लला का दर्शन कर तोरपा से राम भक्तों का एक समूह वापस लौटा। इस जत्थे में अयोध्या से चार कार सेवक अजीत जयसवाल, संतोष जयसवाल, सतीश शर्मा और रामाशीष महतो भी शामिल थे, जैसे ही भगवान श्री राम के दर्शन हुए तो सभी कारसेवकों और अन्य श्रद्धालुओं की आंखें भर आईं।

आज भगवान रामलला को भव्य मंदिर में विराजमान देखकर कौन प्रसन्न नहीं होगा? अयोध्या गए सभी लोगों ने राम भक्तों की सुविधा के लिए राज्य और केंद्र सरकार के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यों की खुलकर सराहना की। सतीश चौधरी व अनिल मिश्र ने कहा कि इस सुनहरे पल को देखने के इंतजार में हमारी कितनी पीढ़ियां गुजर गयीं। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमें अपने गर्भगृह में विराजमान भगवान रामलला के दर्शन करने का अवसर मिला है।

अयोध्या में दर्जनों पर्यटन स्थल

अयाेध्या में नवनिर्मित श्रीराम मंदिर के अलावा दर्जनों पर्यटन स्थल हैं। राम मंदिर के बाद सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हनुमानगढ़ी मंदिर है। मंदिर के पुजारियों ने बताया कि जब भगवान श्रीराम लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे तो उनके भक्त हनुमान वहीं रहने लगे। इस कारण इसका नाम हनुमानगढ़ी पड़ा। यहीं से हनुमान जी राम दरबार की रक्षा करते हैं। मुख्य मंदिर में हनुमान जी माता अंजनी की गोद में विराजमान हैं। बताया गया कि हनुमान गढ़ी मंदिर का निर्माण दसवीं शताब्दी में हुआ था।

दशरथ महल

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हनुमानगढ़ी से लगभग दो-ढाई सौ मीटर की दूरी पर राजा दशरथ का महल है। महल में श्री राम, लक्ष्मण और माता सीता की मूर्तियाँ स्थापित हैं। दशरथ महल में हर समय रामचरितमानस का संगीतमय पाठ होता रहता है।

कनक भवन

कनक महल एक अन्य पर्यटन स्थल है जो दशरथ महल से लगभग 200 मीटर की दूरी पर स्थित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, कनक महल रानी कैकेयी ने माता सीता को दिया था।

तुलसी उद्यान

यह उद्यान 1960 में रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की स्मृति में बनाया गया था। पहले इस जगह का नाम विक्टोरिया पार्क था और यहां महारानी विक्टोरिया की मूर्ति स्थापित थी। अब वहां गोस्वामी तुलसीदास की प्रतिमा विद्यमान है।

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राम की पौड़ी

राम मंदिर और हनुमानगढ़ी के बाद राम की पौड़ी भक्तों की पसंदीदा जगह है। राम की पौड़ी सरयू नदी पर घाटों की एक श्रृंखला है। सरयू नदी के इस घाट पर हर समय लोगों की भीड़ लगी रहती है।

लता मंगेशकर चौक

प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर की याद में सरकार द्वारा अयोध्या शहर में राम पथ और धर्म पथ के चौराहे पर लता मंगेशकर चौक का निर्माण कराया गया है। चौक पर 40 फीट लंबी, 12 मीटर ऊंची और 14 टन वजनी वीणा स्थापित की गई है। आजकल यह पसंदीदा सेल्फी पॉइंट बन गया है। इसके अलावा अयोघ्या में बिड़ला मंदिर धर्मशाला, गुप्तार घाट, बहू बेगम मकबरा, गुलाब बाड़ी समेत कई पर्यटन स्थल हैं।

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