हर्षोल्लास के साथ मनाई गई देवउठनी एकादशी, मुख्यमंत्री ने की पूजा अर्चना

एकादशी

भोपालः मध्य प्रदेश में सोमवार को कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी या देवउठनी एकादशी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में शाम को घर-घर में तुलसी और सालिगराम का विवाह हुआ। लोगों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन-अर्चन सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सपरिवार अपने निवास पर देवउठनी ग्यारस के अवसर पर भगवान विष्णु, तुलसी और गन्ने की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह और पुत्र कुणाल चौहान भी थे।

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मुख्यमंत्री चौहान ने देर शाम ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए बताया कि देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर आज निवास पर आयोजित श्री शालिग्राम और तुलसी जी विवाह के मांगलिक अनुष्ठान में शामिल हुआ और विधि विधान से पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और कल्याण की कामना की।

गन्ने का महात्व

मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी और भगवान सालिगराम का विवाह हुआ था। इसीलिए यह परम्परा अब भी निभाई जाती है और इसके बाद ही शुभ कार्य शुरू होते हैं। देव पूजन में सभी पूजन सामग्री के साथ गन्ने का भी महत्व होता है, गन्नों से ही विवाह का मंडप बनाया जाता है। इसलिए बाजार में दिनभर ने गन्नों की जमकर बिक्री हुई। गन्नों के साथ आंवला, सिंघाड़ा व अन्य पूजन सामग्री की भी लोगों ने खरीदारी की। शाम को देवउठनी एकादशी की पूजन कर प्रदेशवासियों ने सपरिवार सुख-समृद्धि का कामना की।

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