लखनऊः उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद में फर्जी दस्तावेजों के जरिए कई बैंकों में अकाउंट खोलकर धोखाधड़ी करने वाले 19 साल के युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर वित्त कंपनियों को धोखा देकर महंगे इलेक्ट्रानिक आइटम्स खरीदने का भी आरोप है। आरोपी की पहचान बीएससी के प्रथम वर्ष के छात्र योगेश कुमार के रूप में हुई है और वह हाथरस का रहने वाला है। आरोपी ने एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई, आईडीबीआई और इंडसाइंड बैंक समेत कम से कम 10 बैंकों में फर्जी खाते खोले थे।
इसके अलावा एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस में लोन के लिए आवेदन भी किया था। आगरा में साइबर क्राइम ब्रांच के अधिकारी विजय तोमर ने कहा कि आरोपी के पास से 2 मोबाइल फोन, 3 एलईडी टीवी, 1 जिम मशीन, 1 सोनी होम थियेटर, 3 फर्जी आधार कार्ड और 1 एप्पल लैपटॉप बरामद किया गया है। तोमर ने बताया कि आरोपी धनी परिवार से ताल्लुक रखता है, लेकिन वह जल्दी पैसा कमाने के लिए ऐसा कर रहा था। यह मामला तब सामने आया जब बजाज फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आगरा, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, मथुरा और दिल्ली में फर्जी दस्तावेज के जरिए लोन लेने की शिकायत दर्ज कराई।
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कंपनी की नजर भी धोखाधड़ी पर तब गई जब उसने देखा कि आरोपी द्वारा खरीदे गए उत्पादों की ईएमआई समय पर नहीं दी जा रही है। आरोपी फर्जी बैंक खाता खोलने और ओटीपी पाने के लिए जरूरी सिम कार्ड खरीदने के लिए फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था। इसके लिए वह दूसरों के आधार कार्ड पर अपनी तस्वीर लगा देता था और कार्ड की हार्ड कॉपी निकालने के लिए पीवीसी कार्ड प्रिंटर का उपयोग करता था। वह लोन के लिए आवेदन करने से पहले सिबिल स्कोर (उपभोक्ता का क्रेडिट स्कोर) भी जांचता था। तोमर ने बताया कि कुमार के खिलाफ जगदीशपुरा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 467, 468, 471 के साथ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।