New Delhi: एक तरफ जहां मानसून ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों से Dengue के बढ़े हुए मामले सामने आए हैं। जिसको देखते हुए डॉक्टरों ने सावधानी बरतने की सलाह दी। बता दें, डेंगू एक वेक्टर जनित बीमारी है, जो संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है। इस बीमारी का प्रकोप 100 से ज्यादा देशों में देखा जाता है।
डॉ. संतोष कुमार ने दी जानकारी
मदरहुड हॉस्पिटल्स बनशंकरी बेंगलुरु में सीनियर कंसल्टेंट और लीड पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी संतोष कुमार ने बातचीत के दौरान बताया कि, ”बच्चों में पिछले सालों की तुलना में अलग-अलग तरह के Dengue बुखार होने का जोखिम अधिक है। पारंपरिक रूप से बुखार की बीमारी थोड़े समय के लिए होती है, इसमें उल्टी और पेट में दर्द, भूख में कमी और मांसपेशियों में दर्द होता है। लेकिन इस मौसम में असामान्य ऊपरी श्वसन संक्रमण और गैस्ट्रोएंटेराइटिस वाले बच्चे भी डेंगू पॉजिटिव होते है।”
बता दें, कर्नाटक में डेंगू के 5,374 मामले सामने आए हैं, इनमें से पांच लोगों की मौत हुई है। वहीं ,तेलंगाना में 882, ओडिशा में 288, केरल के एर्नाकुलम में 400 मामले और आंध्र प्रदेश में डेंगू और मलेरिया दोनों के ही मामले सामने आए हैं।
विशेषज्ञों ने कहा कि, डेंगू बुखार आमतौर पर सभी को होता है और इसका जल्दी ही पता लगाना जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा वैसे तो यह मुख्य रूप से खुद ही ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार यह भयानक रूप ले लेता है, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार या Dengue शॉक सिंड्रोम के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन अगर आपको लगातार उल्टी, पेट में दर्द, म्यूकोसल रक्तस्राव और रक्त संचार विफलता के लक्षण दिखाई दे रहे है तो ये डेंगू के ज्यादा गंभीर मामले के संकेत हो सकते हैं।
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Dengue से बचने के लिए करें ये उपाय
- घर के आस-पास पानी इकट्ठा न होनें दें।
- मच्छर भगाने वाली दवाओं का करें उपयोग।
- अपने शरीर को अच्छे से ढक कर रखें।
- घर के खिड़की दरवाजे हमेशा बंद रखें।
- दिन में अपने घर के खिड़की दरवाजों को खोल लें ताकि धूप और हवा आ सकें।
- सर्दी, जुकाम, सिर दर्द व तेज बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लें।