हिंदूवादी नेता की हत्या के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन, चक्रधरपुर में धारा 144 लागू

रांची: झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत चक्रधरपुर शहर में हिंदूवादी संगठन गिरिराज सेना के नेता कमल देवगिरी की हत्या पर पूरे जिले में गुस्से का उबाल है। चक्रधरपुर और उसके पास-पास के इलाकों में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है। हिंदूवादी संगठनों के आह्वान पर सोमवार को पश्चिम सिंहभूम जिला बंद है। ज्यादातर सड़कों पर यातायात ठप है। टायर जलाकर और नारेबाजी कर लोग गुस्से का इजहार कर रहे हैं। इधर, तनाव को देखते हुए प्रशासन ने चक्रधरपुर में आगामी 19 नवंबर तक धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सोमवार को शहर में पुलिस बलों ने फ्लैग मार्च भी किया है।

कमलदेव गिरि पर शनिवार की शाम चक्रधरपुर में भारत भवन चौक के पास दो बम फेंके गए थे। इस हमले में उन्होंने दम तोड़ दिया। हमला उस वक्त हुआ था, जब वे रेलवे स्टेशन पर भारतीय जनता पार्टी के वरीय पदाधिकारियों से मुलाकात कर वापस घर लौट रहे थे। इसके बाद से ही जनाक्रोश का उबाल है। रविवार को जब हजारों की भीड़ उनकी शवयात्रा लेकर जा रही थी, तब भी दो पक्षों में टकराव हुआ। दोनों ओर से पत्थरबाजी और कई दुकानों में तोड़फोड़ हुई थी। हालात नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।

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रविवार को चक्रधरपुर और सोनुवा बाजार इस हत्याकांड के विरोध में बंद रहे। सोमवार को यह आक्रोश जिले के लिए दूसरे इलाकों में भी पसर गया। चाईबासा जिला मुख्यालय के साथ साथ चक्रधरपुर, पोड़ाहाट, सोनुआ गोइलकेरा, मनोहरपुर, बंदगांव कराईकेला, जगन्नाथपुर, मझगांव, हाटगम्हरिया में दुकानें, बाजार और यातायात पूरी तरह बंद हैं। ज्यादातर इलाकों में बंद स्वत:स्फूर्त है। बंद का असर आयरन ओर की ट्रांसपोटिर्ंग पर भी पड़ा है। लोग हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। कमलदेव के परिवार के लोग इसे राजनीतिक हत्या बता रहे हैं और इसके लिए स्थानीय विधायक सुखराम उरांव पर आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस इस मामले में अब तक कोई सुराग हासिल नहीं कर पाई है।

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