Delhi Pollution: दिल्ली में सोमवार शाम को कोहरे की परत छाई रही। प्रदूषण के कारण शहर की समग्र वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली-एनसीआर में सुबह-शाम सैर व खुले में व्यायाम करने से सांस की बीमारियां बढ़ सकती हैं। यहां सोमवार को समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 303 दर्ज किया गया जबकि रविवार को एक्यूआई 313 और शनिवार को 248 दर्ज किया गया था।
पराली जलाने से खराब हुई दिल्ली का आबोहवा
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने राजधानी में GRAP के दूसरे चरण में प्रतिबंध लगा दिए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, तापमान में गिरावट और पराली जलाने से होने वाले उत्सर्जन के कारण आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रहेगी।
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इसके साथ ही हवा की धीमी गति और अक्टूबर में दर्ज की गई कम बारिश के कारण भी प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
दौरा पड़ने का खतरा
वहीं बेहद खराब हो चुकी दिल्ली- एनसीआर की आबोहवा में सुबह-शाम सैर व खुले में व्यायाम करने से सांस की बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसके अलावा रक्तचाप बढ़ने और दिल का दौरा पड़ने का भी खतरा रहता है। इस वजह से सुबह-शाम बेहद खराब हवा के बीच घूमना और खुले में व्यायाम करना सेहत के लिए खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए डॉक्टरों ने इन दिनों सुबह-शाम की सैर और आउटडोर एक्सरसाइज बंद करने की सलाह दी है। एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राकेश यादव ने कहा कि अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि प्रदूषण जितना फेफड़ों के लिए हानिकारक है, उतना ही दिल के लिए भी।
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