पुलिस के दवा नहीं देने से आरोपित की मौत, आयोग ने मांगा जवाब

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भोपाल: मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने खंडवा जिले में एक आरोपित की पुलिस हिरासत में दवा न मिलने से मौत हो जाने पर संज्ञान लिया है। आयोग ने इस मामले में जिले के एसपी से जवाब तलब किया है। आयोग ने कहा है कि एसपी घटना से जुड़े सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ (पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित) दो माह में विस्तृत प्रतिवेदन भिजवायें।

आयोग द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार खंडवा जिले में वाहन चोरी के अपराध में पकड़े गये शातिर चोर की पुलिस अभिरक्षा में बीते बुधवार को मौत हो गई। शहर कोतवाली से पुलिस आरोपी को बेहोशी की हालत में लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां डाक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। उल्लेखनीय है कि मृतक के परिजनों का आरोप हैं उसे हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी थी, पुलिस ने अभिरक्षा में उसे दवा तक नहीं खाने दी, जिससे उसकी मौत हो गई। एसपी खंडवा ने लापरवाह कोतवाली थाना प्रभारी को हटा दिया है। मामले की न्यायिक जांच भी शुरू हो गई है।

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परिजनों का आरोप है कि भगवान सिंह (65) निवासी बड़वाह को पुलिस ने 17 जून को ही पकड़ लिया था। पूछताछ के बाद 21 जून को अदालत में पेश कर रिमांड पर ले लिया था। अगले दिन बुधवार की सुबह अचानक उसकी हालत बिगड़ी, उल्टियां हुईं और उसने दम तोड़ दिया। आशंका है कि हार्ट अटैक से उसकी मौत हुई होगी। एसपी का कहना है बाईक चोरी में आरोपित को गिरफ्तार किया गया था। बुधवार को तबीयत खराब हुई, तो टीआई अस्पताल लेकर गये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

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