उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बर्फ की चादर ओढ़े दयारा बुग्याल (मखमली घास का मैदान) जन्नत से कम नहीं है। सर्दियों में यहां पर्यटक बड़ी संख्या में स्कीइंग और बर्फ का दीदार करने पहुंचते हैं। इससे आसपास के लोगों को रोजगार मिल रहा है। दयारा बुग्याल ( dayara bugyal) 30 वर्ग किमी में फैला हुआ है। इसमें सदियों में बर्फ की चादर बिछी हुई रहती है। इन दिनों वहां बर्फ की चादर बिछी हुई है। बर्फ की चादर ओढ़े उत्तरकाशी जिले का दयारा बुग्याल स्कीइंग व साहसिक पर्यटन के लिए जाना जाता है।
पर्यटकों को होता है जन्नत का अहसास
उत्तरकाशी जिले का बर्फ से ढका दयारा बुग्याल स्कीइंग और साहसिक पर्यटन के लिए जाना जाता है। यहां पहुंचने के बाद पर्यटकों को जन्नत का अहसास होता है और पर्यटक सुंदर वादियों का दीदार करते हैं। उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में स्थित दयारा बुग्याल समुद्र तल से 3048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस खूबसूरत घास के मैदान का रास्ता उत्तरकाशी गंगोत्री मार्ग पर स्थित भटवाड़ी नामक स्थान से जाता है।
दयारा बुग्याल देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। हर साल यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। बारिश के बाद 30 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले मखमली घास के मैदान बुग्याल में रंग-बिरंगे फूलों की शोभा देखने लायक होती है। इस समय बर्फ इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ा रही है।
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बता दें कि उत्तरकाशी में स्थित विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल दयारा बुग्याल 30 वर्ग किमी में फैला यह बुग्याल अप्रैल माह में भी बर्फ की चादर ओढ़े रहता है और पर्यटकों को खूब भाता है। इससे बुग्याल की हल्की ढलानों पर बर्फ में दूर तक सैर और स्कीइंग करने के लिए काफी अच्छी स्थितियां हैं। यहां पहुंचने के बाद पर्यटकों को जन्नत का अहसास होता है और पर्यटक सुंदर वादियों का दीदार करते हैं।
कैसे पहुंचें Dayara Bugyal?
दयारा बुग्याल ट्रैक के दो शुरुआती बेस कैंप हैं। ऋषिकेश से उत्तरकाशी हुए भटवाड़ी लगभग 200 दूर है जबकि देहरादून से 190 किमी दोनों मार्गों से बस स्थानीय वाहनों से पहुंचा जा सकता है। भटवाडी से यह बासू से 10 किमी और रैथल गांव से 11 किमी दूर स्थित है। लगभग रैथल गांव और बार्क्स गांव दोनों भटवाड़ी से 12 किलोमीटर दूर स्थित हैं और ट्रैक के बेसिक कैंप है। इसमें सबसे अच्छा ट्रैकिंग विकल्प है कि एक मार्ग से शुरू करना चाहिए और दूसरे मार्ग से नीचे ट्रैक करना चाहिए है।
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