Dausa Borewell Rescue , दौसा: राजस्थान के दौसा जिले में पांच वर्षीय मासूम आर्यन (Aryan) को बोरवेल में गिरे करीब 43 घंटे हो चुके हैं। लेकिन एनडीआरएफ की टीम आर्यन को बोरवेल से बाहर नहीं निकाल पाई है। पिछले 43 घंटे से लगातार आर्यन को बोरवेल से निकालने की जद्दोजहद जारी है। इसके लिए मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Dausa Borewell Rescue: CCTV के जरिए रखी जा रही बच्चे पर नजर
जानकारी के मुताबिक आर्यन (Aryan) को बोरवेल से बाहर आने में अभी 3 से 4 घंटे और लग सकते हैं। दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि रात करीब साढ़े तीन बजे पीलिंग मशीन लगाकर बोरवेल के पास खुदाई का काम शुरू किया गया। जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चा बेहोशी की हालत में दिखाई दे रहा है। सीसीटीवी के जरिए बच्चे पर नजर रखी जा रही है। आर्यन के बाहर आने के बाद ही उसके स्वास्थ्य के बारे में कुछ कह पाना संभव होगा।
बता दें कि दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में बोरवेल में गिरे बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए मंगलवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। रेस्क्यू टीम बच्चे को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है। दरअसल, सोमवार (10 दिसंबर) को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे आर्यन नाम का बच्चा खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गया था। तब से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मासूम 160 फीट गहरे बोरवेल में करीब 150 फीट की गहराई पर भूखा-प्यासा फंसा हुआ है। बोरवेल के पास खुदाई कर बच्चे तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। कई जेसीबी मशीनों और ट्रैक्टरों की मदद ली जा रही है।
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Dausa Borewell Rescue: कैसे बोरवेल में गिरा आर्यन
जानकारी के मुताबिक, जगदीश मीना की पत्नी खेत में बने टैंक पर नहा रही थी। इस दौरान आर्यन वहीं खेल रहा था। तभी अचानक वह बोरवेल में गिर गया। इसके बाद मां ने शोर मचाकर आसपास के लोगों और पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार, लक्ष्मणगढ़ एएसपी दिनेश अग्रवाल, विधायक दीनदयाल बैरवा, एसडीएम यशवंत मीना सहित कई अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।