रामगढ़: जिले में सैकड़ों ईट भट्ठे हैं जो अवैध तरीके से संचालित हो रहे हैं। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब रामगढ़ थाने में माइनिंग इंस्पेक्टर विनोद बिहारी प्रमाणिक ने 40 ईंट भट्ठा मालिकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। बुधवार को इस प्राथमिकी के साथ ही ईट भट्ठा संचालकों में हड़कंप मच गया है। जिला प्रशासन की ओर से अचानक से की गई इस कार्रवाई ने ईट भट्ठा कारोबार से जुड़े लोगों को सकते में डाल दिया है। कई वर्षों से संचालित हो रहे ईंट भट्ठे पर अचानक हुई इस बड़ी कार्रवाई में इस बात का भी खुलासा कर दिया है कि इस कारोबार में अवैध कोयले का भी इस्तेमाल हो रहा है।
ना पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, ना माइनिंग सर्टिफिकेट, चल रहा धंधा –
माइनिंग इंस्पेक्टर विनोद बिहारी प्रमाणिक ने बताया कि सभी ईट भट्ठा संचालकों के द्वारा अवैध रूप से ईंट मिट्टी का खनन कर ईंट की पथाई की जा रही है। पथाई करने के उपरांत चोरी के कोयले का उपयोग कर ईंट को पकाया जा रहा है। सभी ईट भट्ठा संचालकों के द्वारा ना तो माइनिंग सर्टिफिकेट लिया गया है और ना ही पॉल्यूशन सर्टिफिकेट उनके पास है। बिना प्रमाणपत्र के ही ईट भट्टों का संचालन हो रहा है। इससे स्पष्ट है कि सभी भट्ठेदार के द्वारा अवैध रूप से यह कारोबार चलाया जा रहा है, जिससे सरकारी राजस्व की क्षति हो रही है।
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इन ईट भट्ठा मालिकों पर हुई प्राथमिकी –
किशुनराम मुंडा, पंकज कुमार, राजकुमार महतो, महेश महतो, देवानंद प्रसाद यादव, सतीश गुप्ता, कमलेश कुमार, बीरेंद्र कुमार साहू, महेंद्र महतो, धनेश्वर महतो, जगन्नाथ महतो, अजय सिंह उर्फ आजाद सिंह, सुरेश महतो, हरि प्रसाद, राजकुमार प्रसाद यादव, बसंत कुशवाहा, अशोक सिंह, राम सिंह, मनीष कुमार सिंह, रविंद्र कुमार, राहुल राज, राजेंद्र कुमार बेरलिया, पीयूष कुमार बेरलिया, राजेंद्र महतो, अशोक सिंह, नकुल प्रसाद कुशवाहा, भूपनाथ महतो, राकेश कुमार, फंटू साव, मनोज कुमार, गुलटेन यादव, विकास कुमार, घुजा साव, लोकेश सिंह, राजकुमार सिन्हा, संतोष कुमार महतो, शेख याकूब के नाम शामिल है।
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