लखनऊ। गुरूवार को यूपी की तीन विधानसभा सीट मैनपुरी, रामपुर और खतौली में हुए उपचुनाव की मतगणना का काम होगा। शासन-प्रशासन के द्वारा इन क्षेत्रों में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां पर स्ट्रॉग रूम में ईवीएम को केंद्रीय सुरक्षा बलों की निगरानी में रखा गया है। इन स्ट्रॉग रूम में सीसीटीवी के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यह बात यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताई। गुरूवार को मतगणना शुरू होने से पहले ही इन जिलों की सीमाओं और चौक-चौराहों पर त्रिस्तरीय चेकिंग की व्यवस्था रहेगी। मतगणना स्थल तक कोई अवाछंनीय तत्व न पहुंच पाए। इसके साथ ही प्रत्याशियों के समर्थकों पर खास नजर रखी जाएगी कि कोई भी व्यक्ति असलाह लेकर मतगणना स्थल न पहुंच पाए।
प्रशांत कुमार ने यह भी बताया कि बैरियरर्स लगाकर हर गुजरने वाले वाहनों की समुचित जांच की जाएगी। इस अवसर पर सभी वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। मतगणना वाले जिलों के मजिस्ट्रेट समय-समय पर मतगणना की अपडेट देते रहेंगे।
एडीजी ने कहा कि मतगणना पंडाल के नीचे भी चुनाव आयोग के जो दिशा-निर्देश हैं उनका सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। चुनाव के दौरान सख्त सुरक्षा व्यवस्था का नतीजा रहा कि तीनों ही स्थानों में किसी प्रकार की कोई चुनावी हिंसा देखने को नहीं मिली। प्रशांत कुमार ने कहा कि हम ऐसी ही सुरक्षा व्यवस्था मतगणना वाले दिन भी बनाए रखेंगे, जिससे नतीजे वाले दिन भी शांति व्यवस्था बनी रहे।
सपा–भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजे सभी दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। डिंपल यादव के पास सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के गढ़ को बचाने की चुनौती है। रामपुर में समाजवादी पार्टी के तेज-तर्रार नेता रहे आजम के गढ़ में बीजेपी पहले ही लोकसभा उपचुनाव में सेंध लगा चुकी है और अब आजम खान के सामने विधानसभा की सीट बचाने की चुनौती है। खतौली सीट बीजेपी के लिए नाक का सवाल बनी हुई है। जहां भाजपा, सपा से रामपुर सीट छीनने की कोशिश कर रही है वहीं, सपा-रालोद गठबंधन खतौली में बीजेपी को कड़ी चुनौती पेश कर रही है।
रिपोर्ट- पवन सिंह चौहान
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