नई दिल्लीः भारत में कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से अभी लोग उबरे भी नहीं थे कि कोरोना के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस ने एक बार लोगों को भयभीत कर दिया है। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से बीते दिनों लाखों लोगों की मौत हुई। अब कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को विशेषज्ञ ज्यादा खतरनाक बता रहे हैं। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह वैरिएंट फेफड़ों के लिए ज्यादा घातक साबित हो सकता है। वहीं सरकार यह दावा कर रही है कि वह कोरोना की तीसरी लहर और कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से लड़ने को पूरी तरह से तैयार है। इसके साथ ही हमें भी अभी सतर्क रहने की जरूरी है और वैक्सीन लगने के बावजूद भी लापरवाह बनने के बजाय घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करना बेहद जरूरी है।
क्या है कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट जिसे बी.617.2 कहा जाता है, यह म्यूटेंट होकर डेल्टा प्लस तब्दील हो गया है। वायरस हमेशा अपनी आनुवंशिक संरचना में बदलाव करता है, इसमें वायरस का स्पाइक प्रोटीन बदल जाता है। डेल्टा प्लस वैरिएंट काफी खतरनाक माना जा रहा है। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है उन्हें भी यह संक्रमण हो सकता है। अभी तक देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के करीब 50 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं।
यह भी पढ़ेंः हिट एंड रन : फुटपाथ पर पलटी तेज रफ्तार कार, एक महिला की मौत, चार घायलडेल्टा प्लस के लक्षण कोरोना के डेल्टा प्लस के नये लक्षणों के मामले अभी तक सामने नहीं आये हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट रोग प्रतिरोधक क्षमता पर आघात करने में सक्षम है। यह फेफड़ों को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है। कोरोना के इस वेरिएंट के लक्षण भी अन्य वेरिएंट की तरह ही हैं। यदि आपको बुखार, सिर में दर्द, नाक बहने, खांसी, स्वाद व गंध की हानि और गले में खराश महसूस हो तो तुरंत जांच करायें।