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यूपी में हो रही बारिश किसानों के लिए कहीं ‘वरदान’ तो कहीं बनी ‘मुसीबत’, आम आदमी पर पड़ेगा ये असर

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कानपुर: अगस्त के आखिरी दिनों से ही उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय है और सितंबर में भी बारिश का सिलसिला जारी है। ऐसे में यह बारिश (Rain) जहां धान की फसल के लिए वरदान साबित हो रही है, वहीं इसका असर सब्जी की फसल पर पड़ रहा है। इसके साथ ही अरहर की फसल भी प्रभावित हो रही है। इससे किसानों को इन फसलों को नुकसान होने की आशंका साफ नजर आ रही है।

तूफान यागी का साफ दिख रहा असर

अगस्त के शुरुआती दिनों में उत्तर प्रदेश में मानसून अपेक्षाकृत कम सक्रिय रहा, जिससे बारिश भी औसत से कम रही। इसके बाद समुद्री गतिविधियों में बदलाव आया और सितंबर आते-आते बंगाल की खाड़ी में मजबूत निम्न दबाव के क्षेत्र बनने लगे, जो उत्तर भारत पहुंचते-पहुंचते अवदाब में तब्दील हो रहे हैं। इससे उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता लगातार बनी हुई है और बारिश का क्रम जारी है। बारिश के इस दौर के बीच समुद्री तूफान यागी का असर बुंदेलखंड के रास्ते उत्तर प्रदेश पहुंचने लगा, जिससे तेज हवाओं, गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है।

किसानों के लिए लागत निकाला भी मुश्किल

हालांकि बारिश अभी भी औसत से कम है, लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश से सब्जी की फसलें प्रभावित हो रही हैं। फसलें सड़ रही हैं और उत्पादन कम हो रहा है, जिससे किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं। यही हाल अरहर की फसल का भी है और अत्यधिक बारिश से जहां कई तरह की बीमारियां लग रही हैं, वहीं फसल की जड़ें भी सड़ रही हैं। शिवराजपुर के किसान बद्री प्रसाद कटियार ने मंगलवार को बताया कि सब्जी की फसल अगस्त माह तक बारिश बर्दाश्त कर लेती है।

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अरहर और सब्जी की फसल को ज्यादा नुकसान

इसके बाद सितंबर माह में लगातार हो रही बारिश से फसलों पर हर तरह से असर पड़ रहा है और उत्पादन गिर रहा है। स्थिति यह है कि बाजार में सब्जियों की पहुंच आधी भी नहीं हो पा रही है, जिससे नुकसान तय है। घाटमपुर के किसान उमाकांत तिवारी ने बताया कि यह बारिश धान की फसल के लिए तो काफी फायदेमंद है, लेकिन अरहर की फसल के लिए नुकसानदायक है। हमारे क्षेत्र में यमुना नदी के किनारे खेतों में बोई गई अरहर की फसल अच्छी है, क्योंकि वहां जलभराव नहीं है। इसके अलावा समतल खेती पर बोई गई अरहर की फसल बारिश के कारण खराब हो रही है, जिसका सीधा असर आने वाले दिनों में इसके उत्पादन पर पड़ेगा।

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