J&K News : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ (Kishtwar) में 2015 में शुरू हुआ वन प्रशिक्षण केंद्र का काम अभी भी अधूरा है। स्थानीय लोगों ने इस पर नाराजगी जताई है। साथ ही जिले में खराब सड़कों, रोजगार की कमी और अन्य समस्याओं को लेकर आम लोग सरकार और स्थानीय प्रशासन से नाखुश हैं। स्थानीय निवासी अनिल कुमार शान ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “किश्तवाड़ को राजनेताओं का गढ़ कहा जाता है।
J&K News : 2014 के बाद से सब आधा-अधूरा हुआ निर्माण
2014 के बाद यहां जो भी निर्माण हुआ है, वह सब आधा-अधूरा है। इलाके की सड़कें आधी-अधूरी हैं। यहां 2014 में ‘फॉरेस्ट ट्रेनिंग सेंटर’ का निर्माण शुरू हुआ था। वह भी अधूरा है। शान ने कहा कि लोगों ने हमें फोन कॉल और मैसेज के जरिए बताया कि यहां आम लोगों के लिए रोजगार सृजन कार्यक्रम बनाए गए थे, लेकिन उन्हें आधा-अधूरा ही रखा गया।
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सरकार से की अपील
मुझे बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अभी तक मौके पर नहीं आ पाए हैं। कई अधिकारी यहां पहुंच ही नहीं पाए हैं। आप सड़कें देखिए, उनकी भी हालत खराब है।” उन्होंने कहा, “मैं जिले के अधिकारियों और नई सरकार के प्रतिनिधियों से अपील करता हूं कि वे जल्द ही प्रशिक्षण केंद्र और अन्य आधे-अधूरे विकास कार्यों को पूरा करें। यहां के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराएं।”