चंडीगढ़ः पंजाब कांग्रेस के फायरब्रांड विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) को गुरुवार को ड्रग्स मामले में उनके चंडीगढ़ में सेक्टर- 5 स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें NDPS Act (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) के तहत दर्ज आठ साल पुराने केस में गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि, पंजाब पुलिस ने अभी तक उनकी गिरफ्तारी और उन पर लगे आरोपों पर कोई बयान जारी नहीं किया है। इस बीच, विधायक खैरा का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे छापेमारी और अपनी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए पुलिस से बहस करते दिख रहे हैं। वीडियो में एक पुलिस अधिकारी को खैरा को यह कहते हुए देखा गया कि एनडीपीएस मामले में एक एसआईटी का गठन किया गया है, जिसके पास उनके खिलाफ ड्रग्स तस्करी के सबूत हैं। इस पर खैरा को अधिकारी से यह कहते हुए सुना गया कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही एनडीपीएस मामले को रद्द कर चुका है।
विधायक को जलालाबाद ले गई पुलिस
खैरा पुलिस अधिकारियों से बार-बार अरेस्ट वारंट की मांग करते दिखे। खैरा का आरोप है कि पुलिस ने उनको पानी तक नहीं पीने दिया और उसके हाथ से गिलास छीन लिया। बाद में पुलिस विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) को गिरफ्तार कर पंजाब के जलालाबाद ले गयी। गुरुवार को चंडीगढ़ डीएसपी जलालाबाद एआर शर्मा के नेतृत्व वाली टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है।
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2015 में 9 लोगों को किया था गिरफ्तार
2015 में जलालाबाद पुलिस ने मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से 2 किलो हेरोइन, 24 सोने के बिस्कुट, एक देशी .315 बोर पिस्तौल, दो पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक टाटा सफारी कार बरामद की गई। मार्केट कमेटी ढिलवां के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह के साथ कथित संबंधों के कारण इस मामले में खैरा का नाम सामने आया था। मामले में खैरा के साथ निजी सुरक्षा अधिकारी जोगा सिंह, निजी सहायक मनीष, बाथ गांव (जालंधर) का एक व्यक्ति, एनआरआई यूके निवासी चरणजीत कौर और बाजवा कलां गांव (जालंधर) के मेजर सिंह बाजवा का नाम भी सामने आया था।
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