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विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित हुए कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी, कमलनाथ ने किया विरोध

भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा में चर्चा के दौरान विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया है। संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने उनके निलंबन का प्रस्ताव दिया था। विधायक के निलंबन के बाद कांग्रेस के लगातार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। उधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबित करने की कार्रवाई का विरोध किया।

मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि गुजरात चिड़ियाघर में मध्य प्रदेश से बाघ, घड़ियाल आदि भेजने और बदले में पक्षी, छिपकली और बंदर लेने की बात हुई थी। इस पर बीजेपी ने जमकर हंगामा किया। सदन को तीन बार स्थगित करना पड़ा। वहीं इसके बाद नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जीतू पटवारी ने सदन के अंदर गलत जानकारी देकर गुमराह किया है।

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उन्होंने पटवारी को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। मंत्री मिश्रा ने अपने प्रस्ताव में कहा कि सदन को मंदिर माना जाता है लेकिन कुछ लोग जगह की मर्यादा के खिलाफ व्यवहार करते हैं। इसके बाद उन्होंने पटवारी का नाम लेते हुए कहा कि उनके खिलाफ मामला विशेषाधिकार समिति के समक्ष विचाराधीन है. विधानसभा अध्यक्ष ने पटवारी से अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इस पर स्पीकर गिरीश गौतम ने उन्हें बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया। कांग्रेस विधायक दल ने इस कार्रवाई का विरोध किया। इस पर जब पटवारी अपना पक्ष रखने लगे तो डॉ. मिश्रा ने यह कहकर उन्हें रोक दिया कि निलंबित सदस्य को ऐसा करने का अधिकार नहीं है. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित की गई।

वहीं जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबित करने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विरोध किया।उन्होंने कहा कि यह अलोकतांत्रिक कदम है। विधानसभा अध्यक्ष को निलंबन पर पुनर्विचार करना चाहिए। एकतरफा निलंबन की कार्यवाही विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुरूप नहीं है। वहीं, इस मामले में प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि सभी मिलकर इस मुद्दे पर विचार करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।

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