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नए संसद भवन पर विपक्ष की बयानबाजी पर CM योगी का करारा प्रहार, बोले-इस हरकत को..

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cm-yogi-adityanath लखनऊः देश की राजधानी नई दिल्ली में नए संसद भवन को लेकर शुरू हुआ विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में 28 मई की तिथि एक गौरवशाली क्षण के रूप में दर्ज होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भारत के लोकतंत्र के प्रतीक नए संसद को देश को समर्पित किया जाएगा। यह बेहद गौरवशाली क्षण होगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर कांग्रेस समेत समस्त विपक्षी दलों द्वारा जिस प्रकार की टिप्पणियां व बयानबाजी हो रही हैं वह अत्यंत दुखद, गैरजिम्मेदाराना और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली हैं। गुरुवार को जारी अपने बयान में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत न केवल दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, बल्कि लोकतंत्र की जननी के तौर पर भी विश्व में जाना जाता है। दुनिया के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की इस छवि को एक नई पहचान दी है। मगर विपक्ष का ये बयान लोकतंत्र को कमजोर करने वाला है। विपक्ष के इस कुत्सित प्रयास को पूरा देश देख रहा है और विपक्ष की इस हरकत को कभी स्वीकार नहीं करेगा। नई संसद भवन के औचित्य को लेकर उठ रहे सवालों पर सीएम योगी ने कहा कि नया संसद भवन आज की आवश्यकताओं के अनुरूप है। यह आगामी 100 वर्ष के विजन को लेकर बनाया गया है। इसमें परंपरा और आधुनिकता का समावेश किया गया है। हर एक पार्लियामेंटेरियन को प्रॉपर स्पेस और हर प्रकार की सुविधा मिल सके, इस बात को ध्यान में रखकर इसका निर्माण किया गया है। यही कारण है कि आमजन की आवाज को सुनने का एक महत्वपूर्ण मंच बनने जा रही यह संसद दुनिया में एक आदर्श स्थापित करने का अवसर दे रही है। मगर विपक्ष की इस प्रकार की बयानबाजी अत्यंत क्षोभकारी है। ये भी पढ़ें..’The Kerala Story’ को लेकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी के बयान ने किया... मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री इस प्रकार के किसी उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बन रहे हों। इससे पहले पार्लियामेंट एनेक्सी का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी द्वारा किया जा चुका है। वहीं, पार्लियामेंट लाइब्रेरी का शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था। इसके अलावा और भी कई उदाहरण हैं। इतने उदाहरण होने के बाद भी विपक्ष द्वारा जिस प्रकार इस गरिमामयी कार्यक्रम का साक्षी बनने के ऐतिहासिक क्षण को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, उसे देश और देश की जनता-जनार्दन कतई स्वीकार नहीं करेगी। हम अपील करेंगे कि सभी लोगों को इस गौरवशाली क्षण का साक्षी बनना चाहिए और भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने के आह्वान के साथ इस ऐतिहासिक पल में सम्मिलित होना चाहिए। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)