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सीएम योगी बोले-दृढ़ इच्छाशक्ति और सामूहिक प्रयास से किये गये कार्य में अवश्य मिलती है सफलता

HS - 2021-06-15T182923.959

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के अंदर टीम वर्क ने यह साबित करके दिखाया है कि कोरोना महामारी हो या कोई भी चुनौती, अगर दृढ़ इच्छाशक्ति और सामूहिकता के साथ हर विभाग अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करे तो सकारात्मक परिणाम आने में देर नहीं लगेगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना मुक्त उत्तर प्रदेश की संकल्पना के प्रतिबद्ध प्रयासों के फलस्वरूप अब साकार होने लगी है। आज 19 जनपद ऐसे हैं, जहां एक भी पॉजिटिव केस नहीं आए हैं। 45 जनपद ऐसे हैं, जहां केवल सिंगल डिजिट में पॉजिटिव केस आए हैं और कुछ जनपद ऐसे हैं जहां पर एक्टिव केस 1 ही रह गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में कोविड-19 लक्षणों से युक्त 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिये दवाई-किट के वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने 5 कालिदास मार्ग स्थित आवास से निःशुल्क दवाई वितरण में लगे वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिये रवाना किया गया। निगरानी समितियों के सदस्यों के माध्यम से दवाई-किट का वितरण गांव-गांव में घर-घर तक किया जाना है। ‘कोरोना की जंग में हर जीवन अनमोल’ अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पहल की शुरुआत उत्तर प्रदेश में की है। निःशुल्क दवाईयां पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रदेश में 60 हजार से अधिक निगरानी समितियों के चार लाख से अधिक सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 की सम्भावित तृतीय लहर की पहले से ही तैयारी की जा रही है। 18 वर्ष से कम आयु के कोविड-19 के लक्षण युक्त बच्चों को चार वर्गो में (0-1 वर्ष, 1-5 वर्ष, 5-12 वर्ष तथा 12-18 वर्ष ) में विभाजित किया गया है। प्रत्येक वर्ग के लिए अलग-अलग प्रकार की दवाई किट तैयार की गई है। इस कार्यक्रम से 50 लाख से अधिक बच्चों को निःशुल्क दवाई किटें वितरित की जाएंगी। प्रथम चरण में 17 लाख किटें 18 मण्डलों के 75 जनपदों के लिए अपने सरकारी आवास लखनऊ से हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई। शेष 33 लाख किटें इसी माह में समस्त जनपदों के वेयर हाउसों में आपूर्ति की जाएंगी। वेयरहाउसों से अग्रेत्तर जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं निगरानी समिति के माध्यम से लक्षण युक्त बच्चों में वितरित की जाएगी। यही नहीं, सम्भावित तृतीय लहर के दृष्टिगत कोविड-19 के लक्षण युक्त वयस्कों के लिए पुनः सौ किट प्रति निगरानी समिति को कुल 71 लाख किटें तैयार कर जनपदों में भेजी जा रही हैं।