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नायब तहसीलदारों, सहायक अध्यापकों को सीएम योगी ने दिया नियुक्ति पत्र, बोले-2017 से पहले भर्ती में होती थी धांधली

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग मेहनत करने वाले हैं, उन्हें पूरी स्वच्छता और पारदर्शिता के साथ नौकरी मिली है। 2017 के पहले नियुक्ति निकलती थी तो चाचा, भतीजा, भांजे, महाभारत के सभी रिश्ते वसूली पर निकल पड़ते थे। गांव-गांव में झोला लेकर वह वसूली करने के लिए निकल पड़ते थे। वसूली हुआ करते थे और बाद में अधिकारी फंसते थे। अगर पहले भी पारदर्शी व्यवस्था के तहत नौकरियां दी गई होती तो यहां सभागार में बैठे बहुत सारे अभ्यर्थियों को सात साल पहले ही नौकरी मिल गयी होती।

मुख्यमंत्री लोक भवन में लोक सेवा आयोग से चयनित नायब तहसीलदारों एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने नव चयनित अभ्यर्थियों से बात भी की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नवचयनित अभ्यर्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। नायब तहसीलदारों की महती भूमिका होती है। आम जन और राजस्व प्रशासन के बीच एक कड़ी का काम करता है। राजस्व की व्यवस्था से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण कड़ी है। विवाद के लगभग 60 फीसदी मामले राजस्व से जुड़े होते हैं। खासकर गांव में यह समस्या और ज्यादा होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस समस्या का समाधान करने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना को अगर इमानदारी पूर्वक लागू कर दिया जाएगा तो बहुत सारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। अब तक उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत जिस व्यक्ति का जहां पर आवास है, ऐसे करीब 24 लाख परिवारों को लाभ पहुंचा चुके हैं। माफियाओं के कब्जे से भूमि मुक्त कराई गई है। पाकिस्तान से निकाले गए 63 बंगाली हिन्दू परिवारों को कानपुर में भूमि और आवास उपलब्ध कराए हैं। पहले यह मेरठ में रह रहे थे। आजादी से अबतक उन्हें मकान नहीं मिल पाया था।

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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के बारे में कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश देश के विकास में बाधक बन कर खड़ा है। आज उत्तर प्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। उत्तर प्रदेश सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे बनाने वाला प्रदेश है, सबसे अधिक एयरपोर्ट और मेडिकल कॉलेज बनाने वाला प्रदेश बन गया है। सबसे अधिक गरीबों को मकान देने के मामले में उन्हें भी उत्तर प्रदेश आगे है। यह तभी संभव हो सका है जब सोच ईमानदार है। जब सोच ईमानदार है तो काम दमदार दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने इस साढ़े चार सालों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। नकल विहीन परीक्षा आयोजित कराने, समय पर सत्र शुरू करने से लेकर पठन-पाठन तक में उच्च कोटि का सुधार हुआ है। प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा में मिलाकर एक लाख 75 हजार शिक्षकों की भर्ती की जा चुकी है।

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